Haldwani Violence: हल्द्वानी नगर निगम ने बीते रोज हलद्वानी हिंसा के मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक के खिलाफ 2.44 करोड़ रुपये का रिकवरी नोटिस जारी किया, जिसमें उसे नुकसान की भरपाई के लिए पैसे जमा करने को कहा गया है. हल्द्वानी में मदरसे को गिराने के दौरान हुई हिंसा में सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा. नगर निकाय ने कहा कि मलिक की तरफ से कथित तौर पर किए गए नुकसान का प्रारंभिक आकलन 2.44 करोड़ रुपये आंका गया था और उन्हें यह राशि 15 फरवरी तक नगर निगम, हल्द्वानी में जमा करने के लिए कहा गया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सरकारी संपत्ति को तोड़ा गया
नोटिस में अधिकारियों ने दावा किया कि मलिक के समर्थकों ने 'मलिक का बगीचा' में तोड़फोड़ अभियान चलाने गई टीम पर हमला किया और नगर निगम की संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया.
नोटिस में घटना के दिन दर्ज की गई एफआईआर का भी जिक्र है जिसमें मलिक का नाम है. पुलिस ने कहा है कि नजूल भूमि पर "अवैध निर्माण" के पीछे मलिक का हाथ था और उसने विध्वंस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की कयादत भी की थी.


2.44 करोड़ का हुआ नुकसान
सोमवार को, हल्द्वानी नगर निगम ने मलिक को एक नोटिस में कहा, "पुलिस और प्रशासन की टीमों पर हमला करके, आपके समर्थकों ने नगर निगम की संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया, तोड़फोड़ और लूटपाट की और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया. इस बात की तस्दीक एक एफआईआर से होती है जिसमें आपको आरोपी बनाया गया है. आकलन के मुताबिक, आपने योजनाबद्ध तरीके से घटना को अंजाम देकर लगभग 2.44 करोड़ रुपये का नुकसान किया है."


15 वाहनों को हुआ नुकसान
नोटिस में आगे बताया गया कि मलिक की तरफ से 15 फरवरी तक नगर निगम हल्द्वानी के पक्ष में उक्त राशि जमा करने की उम्मीद है. इस राशि में 15 वाहनों के नुकसान के लिए 2.41 करोड़ रुपये और उपकरणों के नुकसान के लिए 3.52 लाख रुपये शामिल हैं. नैनीताल के हल्दवानी शहर में गुरुवार को हुई हिंसा के सिलसिले में कम से कम 30 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से 25 गिरफ्तारियां नई हुई हैं.


बनभूलपुरा में हुई हिंसा
पुलिस ने रविवार को कहा कि झड़पों और हिंसा में पांच लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हो गए. पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोगों के पास से कई देशी हथियार और जिंदा कारतूस बरामद किए गए. बनभूलपुरा में प्रशासन की तरफ से अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाने के बाद गुरुवार को हिंसा भड़क उठी. पथराव की घटनाओं, वाहनों में आग लगाने और भीड़ द्वारा स्थानीय पुलिस थाने को घेरने के बाद प्रशासन ने देखते ही गोली मारने का आदेश जारी किया है.