Ajmer Urs: ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स के मौके पर पाकिस्तान से जायरीन अजमेर आ रहे हैं और उनके लिए खास इंतेजामात किए गए हैं. पाकिस्तान का डेलीगेशन आज रात अजमेर पहुंचेगा. इस दौरान उनके साथ इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट के जवान मौजूद रहेंगे.


अजमेर में पहुंचेगा पाकिस्तान का वफ्द


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पाकिस्तान वफ्द में जितने लोग होंगे उतने ही सीआईडी जवान उनके साथ रहने वाले हैं. अजमेर पुलिस, आईबी और सीआईडी को अलर्ट मोड पर रखा गया है. रेलवे स्टेशन पर भी सख्त सिक्योरिटी रखी गई है. पाक वफद को थाने और स्टेशन के अलावा लाने ले जाने का भी जिला इंतजामिया ने तमाम इंतेजाम मुक़म्मल कर लिया है.


कब आ रहे हैं पाकिस्तान के जायरीन


पाकिस्तान के ज़ायरीन 7 जनवरी को अहले फजर या शाम 4 बजे के बाद ही दरग़ाह में हाज़री दे पाएंगे. क्योंकि 6 रजब को सुबह से शाम 4 बजे तक ज़ायरीन की दरग़ाह ज़ियारत पर रोक रहती है. इस दरमियान छठी शरीफ की फ़ातेहा और कुल की रस्म होती है. 


पाकिस्तानी हुकूमत की चादर


यही वजह है कि अबकी मरतबा पाकिस्तानी हुकूमत की चादर 6 रजब को 4 बजे बाद ही पेश की जाएगी या फिर 7 रजब को सुबह फ़ज़र की नमाज़ बाद जुलूस की शक्ल में चादर पेश होगी. बका दें, यह 813वां उर्स है और हर साल पाकिस्तान से जायरीन इस मौके पर अजमेर पहुंचते है. पाकिस्तान हुकूमत की तरफ से बी अजमेर दरगाह पर चादर भिजवाई जाती है.


हुकूमत की तरफ से चदर पेश


भारत की हुकूमत की तरफ से हर साल अजमेर में चादर भेजी जाती है. इस साल भी पीएम नरेंद्र मोदी ने चादर भेजी थी. जिसे अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने पेश की थी. वहीं असदुद्दीन ओवैसी ने भी अजमेर उर्स के लिए चादर भेजी थी. इनके अलावा कई और लीडरान भी अजमेर उर्स के मौके पर चादर भेज चुके हैं.