Video: PM मोदी के `एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे` बयान पर ओवैसी का पलटवार, कही बड़ी बात
Asaduddin Owaisi on PM Narendra Modi: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में इसी महीने 20 नवंबर को राज्य की सभी सीटों पर मतदान होना है. चुनाव प्रचार में दौरान पीएम नरेंद्र मोदी `एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे` का नारा लगा रहे हैं. इस बयान पर ओवैसी ने पलटवार किया है.
Asaduddin Owaisi on PM Narendra Modi: लोकसभा इलेक्शन में भाजपा को उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में बड़ा झटका लगा था. जिसके बाद बीजेपी देशभर में वापसी करने के लिए बेताब है. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में इसी महीने 20 नवंबर को राज्य की सभी सीटों पर मतदान होना है. इसी चुनाव प्रचार में दौरान उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ‘बंटोगे तो कटोगे’ का नारा लगा रहे हैं, जबकि पीएम नरेंद्र मोदी 'एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे' का नारा लगा रहे हैं. इस बयान को लेकर देश भर में सियासत जारी है.
पीएम मोदी पर ओवैसी का हमला
इस बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ और हैदराबाद से लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने पीएम नरेंद्र मोदी के बयान 'एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे' पर हमला बोला है. एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "मोदी कह रहे हैं कि 'एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे', लेकिन मजलिस कहती है कि अगर हम कई हैं तो हम एक हैं."
उन्होंने कहा, "मोदी कह रहे हैं कि हमें एक हो जाना चाहिए. भारत में कई लोग हैं, मराठा हैं, दलित हैं, मुस्लिम हैं, ईसाई हैं, ओबीसी हैं, तमिल हैं, तेलंगाना हैं. हम कैसे एक हो सकते हैं? क्या कोई अपनी संस्कृति छोड़ेगा? मोदी चाहते हैं कि भारत की सारी विविधता खत्म हो जाए."
मोदी को औवैसी का करारा जवाब
ओवैसी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर इसका एक वीडियो भी पोस्ट किया. उन्होंने एक्स पर लिखा, "मोदी एकजुट होना चाहते हैं, आरएसएस एकजुट होना चाहता है. मैं मोदी को जवाब दे रहा हूं. अगर न्याय है, तो भारत सुरक्षित है, अगर संविधान है, तो सम्मान है, अगर अंबेडकर जिंदा हैं, तो गोडसे मर चुका है."
एनडीए के सहयोगी दल भाजपा के बयान से सहमत नहीं
सबसे खास बात यह है कि पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ के नारे को लेकर एनडीए में ही दरार पड़ गई. बीजेपी के सहयोगी दलों ने इस बयान का कड़ा विरोध किया है. इसमें बीजेपी की सबसे बड़ी सहयोगी पार्टी जेडीयू का नाम भी शामिल है. महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार की पार्टी एनसीपी ने इस बयान पर सबसे पहले प्रतिक्रिया दी.