दंगा पीड़ितों को पुलिस सुरक्षा नहीं दिए जाने पर भड़के ओवैसी, कहा- गोरक्षकों को पुलिस ने बनाया दामाद
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के ऊपर AIMIM चीफ असदुद्दीन उवैसी ने हमला किया है. उन्होंने कहा कि गोरक्षकों को पुलिस ने दामाद बनाया हुआ है.
हरियाणा के नूह से शुरू हुआ दंगा गुरूग्राम से होते हुए राजस्थान तक पहुंच गया. दंगे के दौरान कई लोगों की जान चली गई. काफी प्रापर्टी को नुक्सान भी हुआ. इस पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि हर किसी के साथ एक पुलिसवाला नहीं दे सकते. इस पर AIMIM के चीफ असदुद्दीन उवैसी ने कहा कि "हरियाणा के मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस सबकी सुरक्षा नहीं कर सकती, लेकिन 2014 से खट्टर सरकार ने गौरक्षा के नाम पर ज़ुल्म करने वालों को पुलिस का दामाद बना कर रखा हुआ है, उन्हें क़ानून का पूरा संरक्षण मिलता है. खट्टर ने कुछ दिन पहले कहा था कि वो मोनू मानेसर को पकड़ने में राजस्थान पुलिस का सहयोग करेंगे. तो अब तक मोनू मानेसर आज़ाद क्यों है? अगर पुलिस ना-काफी है तो पीएम मोदी को केंद्रीय फोर्स को भेजना होगा. या साफ-साफ कह देना होगा कि संवैधानिक तौर पर सरकार चलाना उनके बस की बात नहीं है.
मनोहर लाल खट्टर के इस बयान के बाद टीएमसी प्रमुख ममता बर्नजी का भी बयान आया है. उन्होंने कहा कि "मैं उनके बयान की सराहना करूंगी. हां, ये सच है कि सरकार हर व्यक्ति की सुरक्षा नहीं कर सकती. लेकिन किसी सरकार को जाति और समुदाय के आधार पर लोगों को भड़काना भी नहीं चाहिए."
मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि "मैं किसी भी कीमत पर प्रदेश की शांति और सांप्रदायिक सौहार्द को बिगड़ने नहीं दूंगा. नूह की घटना के हर एक अपराधी को कानून के माध्यम से उनके अंजाम तक पहुंचाया जाएगा. और वहां हुए हर एक नुकसान की भरपाई दंगाइयों से ही होगी और उन्हीं से उसकी वसूली भी करवाई जाएगी."
सीएम खट्टर ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि "गिरफ्तार लोगों को रिमांड पर लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है. इसके आधार पर बाकी दोषियों को भी जल्द पकड़ लिया जाएगा. खट्टर ने कहा था कि पुलिस किसी भी दोषी को नहीं बख़्शेगी. सरकार कॉल रिकॉर्ड्स और सीसीटीवी फुटेज खंगालकर दंगाइयों की पहचान करने में जुटी हुई है."
ख्याल रहे कि 31 जुलाई को हरियाणा के नूह में धार्मिक यात्रा को लेकर दो समुदायों के दरमियान झड़प हो गई थी. इस हिंसा में अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है. झड़प में 20 लोग घायल हुए हैं. झड़प के बाद 16 FIR दर्ज हुई हैं. 116 मुल्जिमों को गिरफ्तार किया गया है. इसके बाद हरियाणा में बड़ी तादाद में सिक्योरिटी फोर्सेज तैनात किए गए हैं.
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