Assam ISRO Scientist Baharul Islam: असम के हैलाकांडी के इसरो साइंटिस्ट डॉक्टर बहारुल इस्लाम बरभूइया के घर जश्न का माहौल है. उनके घर मुबारकबाद देने वाले लोगों का तांता लगा हुआ है. 23 अगस्त से बधाई देने का सिलसिला जारी है. मुस्लिम स्टूडेंट फेडरेशन ने चंद्रयान 3 के कामयाब मिशन में शामिल होने पर असम के साइंटिस्ट डॉक्टर बहारुल इस्लाम बरभूइया को मुबारकबाद पेश की. संगठन के लोगों ने कहा कि डॉक्टर इस्लाम ने हैलाकांडी के साथ-साथ पूरे असम और मुल्क का नाम रौशन किया है. साथ ही उन्होंने डॉक्टर बहारुल इस्लाम के कामयाब मुस्तकबिल की दुआ की.


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डॉ बहारुल इस्लाम को मुबारकबाद देने का सिलसिला जारी
इसरो साइंटिस्ट डॉ बहारुल इस्लाम का ताल्लुक एक साधारण परिवार से है. उन्हें बचपन से ही पढ़ाई का शौक था. आज दुनिया ने उनकी सलाहियत का लोहा माना. वहीं, मुस्लिम स्टूडेंट फेडरेशन की तरफ से सद्र दहादुद्दीन खान ने कहा कि असम के हैलाकांडी के बहारुल इस्लाम ने जो कारनामा अंजाम दिया, उस पर हमें नाज है. ISRO में शामिल होकर और दूसरे साइंटिस्ट्स के साथ कंधा से कंधा मिलाकर चंद्रयान 3 की सफलता में अपना योगदान दिया उसके लिए हम दिल से डॉ इस्लाम का शुक्रिया अदा करते हैं. साथ ही साथ उन्होंने युवा पीढ़ी से अपील करते हुए कहा कि, देश की उन्नति और प्रगति में शामिल होने के लिए कदम बढ़ाएं.



23 अगस्त को रचा इतिहास
बता दें कि, 23 अगस्त को भारत ने चांद पर अपना परचम लहराया था. चांद पर फतह हासिल करने वाला भारत चौथा देश बन गया है. चंद्रयान-3 ने 14 जुलाई को दोपहर में श्रीहरिकोटा से उड़ान भरी थी और 40 दिन का सफर करने के बाद चांद पर पहुंचा है. इस बार चंद्रयान-3 में कई जरूरी बदलाव किए गए थे. ताकि चांद पर इसकी लैंडिंग के वक्त इसमें झटका न लगे और इसकी सॉफ्ट लैंडिंग हो सके. बुधवार को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 उतरने की शानदार कामयाबी पर भारत को दुनिया मुबारकबाद दे रही है.  अमेरिका, रूस और चीन के बाद चंद्रमा पर स्पेसक्राफ्ट उतारने वाला भारत चौथा और चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला पहला देश बन गया है.


Report: Sharifuddin Ahmed


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