Maulana Tauqeer Raza: उत्तर प्रदेश इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के चीफ मौलाना तौकीर रजा की तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है, लेकिन पुलिस के हाथ अभी तक कामयाबी नहीं लगी है. अब आज यानी 18 मार्च को एक बार फिर बरेली की प्रेम नगर थाना पुलिस मौलाना तौकीर के घर पहुंची, जहां पुलिस ने उनके घर पर गैर-जमानती वारंट का नोटिस चस्पा किया है. यानी अगर मौलाना तौकीर रजा 19 मार्च तक अदालत में पेश नहीं होते हैं, तो उनकी चल-अचल संपत्ति को कुर्क कर लिया जाएगा. 


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कोर्ट ने जारी किया आदेश
तशद्दुद के एक मामले में एडीजे फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई हो रही थी. इस दौरान कोर्ट में मौलाना गैर-हाजिर रहे, जिसके बाद एडीजे फास्ट ट्रैक कोर्ट प्रथम रवि कुमार दिवाकर ने उनके खिलाफ 13 मार्च को एनबीडब्ल्यू नोटिस जारी किया है. इसके साथ ही कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया है. इससे पहले कोर्ट ने समन जारी कर मौलाना तौकीर रजा को 11 मार्च को अदालत में पेश होने का निर्देश दिया था.


पुलिस दे रही है दबिश
यूपी पुलिस मौलाना तौकीर रजा खान को गिरफ्तार करने के लिए लगातार दबिश दे रही है. जानकारी के मुताबिक, पुलिस दिल्ली, राजस्था और पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों में दबिश दे रही है. 


क्या है पूरा मामला
तौकीर रजा खान हमेशा अपने बयानों की वजह से विवादों में रहते हैं. उनका प्रभाव बरेलवी मुसलमानों के बीच काफी ज्यादा है. मौलाना  कथित तौर पर भड़काऊ भाषण देने के इल्जाम में उत्तर प्रदेश पुलिस ने पिछले साल उनपर मुकदमा दर्ज किया था.


साल 2010 में हुआ था दंगा


दरअसल, साल 2010 में 2 मार्च को होली के जुलूस और बारवफात का जुलूस निकाला जाना था, हालांकि, दोनों जुलूश शहर में शांतिपूर्ण निकाला गए, लेकिन इल्जाम है कि सौदागरान मकामी आला हजरत परिवार से ताल्लुक रखने वाले मौलाना तौकीर रजा ने एक समूह के लोगों के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिया था. जिसके बाद शहर कोतवाली इलाके के कुतुबखाने से प्रेमनगर के कुहाड़ा पीर बाजार तक दंगा भड़क गया था. इस दौरान भीड़ ने पुलिस चौकी समेत कई लोगों के घरों में आग लगा दी गई थी. उस वक्त ऐसे हालात हो गए थे कि शहर में 27 दिनों के लिए कर्फ्यू नाफिज किया गया था.