West Bengal: कोलकाता नगर निगम के मेयर फरहद हकीम ने बुधवार को इस्लाम के बारे में बोलकर हंगामा मचा दिया है. फरहद हकीम का बयान कई मीडिया चैनलों के लिए सुर्खी बन गया है. उनके बयान की भारतीय जनता पार्टी ने निंदा की है. भाजपा ने उनके बयान को धर्म की आजादी के खिलाफ बता दिया है. फरहद हकीम पश्चिम बंगाल की सरकार में मंत्री हैं और वह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीबी माने जाते हैं.


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प्रोग्राम दिया स्पीच
कोलकाता के धोनो धान्यो ऑडिटोरियम में "ऑल इंडिया कुरान कंपटीशन" का प्रोग्राम था. इस प्रोग्राम में फरहद हकीम ने कहा कि "जो लोग इस्लाम धर्म में नहीं पैदा हुए हैं वह बदनसीब हैं. अगर हम उन्हें (इस्लाम की) दावत देते हैं और वह ईमान ले आते हैं, तो हम अल्लाह को खुश कर सकते हैं."


इस्लाम फैलाना है
उन्होंने कहा कि "हमें गैर-मुस्लिमों में इस्लाम फैलाना है. अगर हम किसी को इस्लाम के रास्ते पर ले आते हैं, तो हम इस्लाम फैला कर सच्चे मुसलमान बनेंगे." उन्होंने आगे कहा कि "जब इस तरह से हजारों लोग टोपी पहन कर बैठते हैं, तब हम अपनी ताकत दिखाते हैं. इससे हमारी एकता झलकती है और इससे लगता है कि कोई हम पर कब्जा नहीं कर सकता है."


जन्नत जाएंगे
एक वीडियो में उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है कि "हम इस्लाम धर्म में पैदा हुए हैं, इसलिए पैगंबर और अल्लाह ने हमें जन्नत में जाने का रास्ता बना दिया है. अगर हम कोई भी गुनाह नहीं करते हैं, तो हम सीधे जन्नत जाएंगे."


पहले भी दिया बयान
इससे पहले भी फरहद हकीम के बयान पर विवाद हो चुका है. उन्होंने अप्रैल 2016 में कोलकाता के एक मुस्लिम बाहुल्य इलाके को 'छोटा पाकिस्तान' कहा था. फरवरी 2021 में फरहद हकीम ने मस्जिद में राजनीतिक भाषण दिया था. एक मैके पर उन्होंने कहा था कि "इंशाअल्लाह, एक दिन ऐसा आएगा जब बंगाल की आधी आबादी उर्दू बोलेगी और उर्दू में शेर व शायरी पढ़ेगी."