Muslim Man Reading Ramayan: बिहार के रहने वाले मोहम्मद इस्माईल देश में भाईचारे की मिसाल पेश कर रहे हैं. पटना के मसौढ़ी के रहने वाले मोहम्मद इस्माईल बीते 15 साल से मंदिरों में रामचरित्रमानस का पाठ कर रहे हैं. इस दौरान हिन्दू भाई भी इनके साथ होते हैं. मोहम्मद इस्माईल मसौढ़ी से महज 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित छाता गांव में रहते है. गांव में हिन्दू परिवारों की संख्या ज्यादा है. सिर्फ 6 घर ही मुस्लिमों के हैं. ऐसे ही एक घर से जुड़े इस व्यक्ति का नाम है मो० इस्माईल. वो नमाज पढ़ने के साथ-साथ मंदिर भी जाते हैं.


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मोहम्मद इस्माईल रामचरित्रमानस का पाठ करते हैं
गांव के रामजानकी मंदिर में हिन्दू भाईयों को भजन कीर्तन देखकर यह वहीं बैठकर कीर्तन में मगन हो जाते. धीरे धीरे उनको भजन-कीर्तन में खुशी महसूस होने लगी और इस्माईल ने रामचरित्रमानस का पाठ करना शुरू कर दिया. गांव वालों ने बताया कि यहां कोई भी धार्मिक आयोजन हो, वो मोहम्मद इस्माईल के बिना अधूरा लगता है. गांव में हिन्दू और मुस्लिम वर्ग के लोग एक दूसरे के धार्मिक आयोजन में शरीक होते हैं और एक दूसरे के धर्म का सम्मान करते हैं. मोहम्मद इस्माईल के परिवार को रामचरित्रमानस का पाठ करने पर किसी तरह की कोई आपत्ति नहीं है. उनका कहना है कि समाज में मिलजुल रहना सबसे बड़ा धर्म है और इसी धर्म को हमारे भाई निभा रहे हैं और एकता की मिसाल बन रहे हैं.



भक्ति रस में डूबकर गाती हैं भजन
बिहार के मोतिहारी से ही एकता की एक और मिसाल सामने आई. मोतिहारी की चार मुस्लिम बहनों ने धार्मिक दीवारों को तोड़कर आपसी सौहार्द्र की ऐसी इबारत लिखी है जो लोगों के लिए एकता की मिसाल बन गई. दरअसल, मोतिहारी के ऑटो चालक हाजी हुसैन की चार बेटियां बहुत ही सुरीली आवाज में हिन्दू धार्मिक गीत और श्लोक गाती हैं. बहुत सारे हिन्दूओं को अपने धर्म के श्लोक, गीत भजन की जानकारी शायद नहीं हो, लेकिन मोतिहारी के रक्सौल प्रखण्ड के तुमड़िया टोला के ऑटो ड्राइवर हाजी हुसैन की चारों बेटियां शिव तांडव, हनुमान चालीसा , शिव भजन एवं हिन्दू धर्म के अन्य श्लोक और गीत सुरीली आवाज में गाती हैं.


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