Shahnawaz Hussain attacked Rahul Gandhi: बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने आज यानी 2 सितंबर को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की हालिया टिप्पणियों की कड़ी आलोचना की, जिसमें उन्होंने हाल ही में हुई मॉब लिंचिंग की घटनाओं को लेकर पार्टी पर निशाना साधा है. उन्होंने विपक्ष के नेता राहुल गांधी के बयानों का खंडन करते हुए कहा कि आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की गई है और मामले के सिलसिले में कई गिरफ्तारियां पहले ही हो चुकी हैं.


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शाहनवाज हुसैन ने राहुल गांधी पर बोला हमला
कांग्रेस नेता के एक्स पर पोस्ट के जवाब में हुसैन ने कहा, "बीजेपी नफरत की राजनीति नहीं करती है. वह 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास' में विश्वास करती है. यह कांग्रेस ही है जो नफरत और डर की राजनीति करती है." 


हरियाणा की घटना को लेकर क्या बोले शाहनवाज
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने इस बात पर जोर दिया कि जब भी ऐसी घटनाएं होती हैं, तो कानून लागू होता है और जिम्मेदार लोगों को सजा होती है. उन्होंने कहा, "हरियाणा में हुई घटना के संबंध में कार्रवाई की गई और कई लोगों को गिरफ्तार किया गया, लेकिन राहुल गांधी के ट्वीट भ्रामक हैं और नफरत की राजनीति कर रहे हैं." 


खुल गई मोहब्बत की दुकान
कांग्रेस पार्टी पर प्रेम को बढ़ावा देने का दावा करते हुए भय और घृणा भड़काने का इल्जाम लगाते हुए हुसैन ने कहा, "कांग्रेस पार्टी लोगों को डरा रही है. वे 'मोहब्बत की दुकान' खोलने का दावा करते हैं, लेकिन हकीकत में राहुल गांधी बाजार में नफरत बेच रहे हैं." 


राहुल गांधी ने क्या कहा?
रविवार को राहुल गांधी ने हरियाणा में हुई मॉब लिंचिंग की घटना को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने सत्ता में बैठे लोगों पर नफरत को राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल करने और पूरे देश में भय का माहौल बनाने का आरोप लगाया. उन्होंने दावा किया कि "घृणास्पद तत्व" खुलेआम हिंसा फैला रहे हैं और कानून के शासन को चुनौती दे रहे हैं, यह सुझाव देते हुए कि भाजपा सरकार की निष्क्रियता से इन बदमाशों का हौसला बढ़ा है.


बीजेपी पर साधा था निशाना
विपक्ष के नेता ने आगे कहा कि अल्पसंख्यकों, खासकर मुसलमानों पर हमले जारी हैं, जबकि सरकार "मूकदर्शक" बनी हुई है. उन्होंने कहा कि ऐसे अराजक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के माध्यम से कानून के शासन को कायम रखा जाना चाहिए. उन्होंने इस बात पर बल दिया कि भारत की सांप्रदायिक एकता और नागरिकों के अधिकारों पर कोई भी हमला "संविधान पर हमला" है, जिसे  बीजेपी की कोशिश के बावजूद बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.