Egypt and Jordan on Lebanon War: इजराइल गाजा और लेबनान में भारी बमबारी कर रहा है. अब अरब देश IDF की कार्रवाई के खिलाफ एकजुट हो रहे हैं. गाजा और लेबनान में भारी बमबारी पर अब तक कुछ न कहने वाले अरब देश भी अब इजराइल से आर-पार के मूड में हैं. इस लिस्ट में मिस्र और जॉर्डन का नाम भी सबसे ऊपर है. इन्होंने इजरायल पर ईरान के हमले को नाकाम करने के लिए इजरायल का साथ दिया था. अब ऐसा लग रहा है कि इजरायल के बुरे दिन शुरू होने वाले हैं.


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मिस्र और जॉर्डन ने क्या कहा?
मिस्र और जॉर्डन ने गाजा और लेबनान में 'इजरायली हमलों' पर फौरन रोक लगाने और संघर्ष के राजनीतिक समाधान की गुजारिश की है, वहीं कतर ने हिजबुल्लाह-इजरायल संघर्ष के बीच लेबनान के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया और इजरायली हमलों की निंदा की. मिस्र के विदेश मंत्री बद्र अब्देलती और जॉर्डन के उप प्रधानमंत्री तथा विदेश एवं प्रवासी मंत्री अयमान सफादी ने 8 अक्तूबर को काहिरा में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया.


दोनों मंत्रियों ने बढ़ते क्षेत्रीय, राजनीतिक और सुरक्षा संकटों के समाधान पर चर्चा की. मिस्र और जॉर्डन के अन्य देशों के साथ संपर्कों की समीक्षा की, ताकि इलाके को व्यापक क्षेत्रीय युद्ध में फंसने से रोका जा सके. अब्देलती ने कहा कि चर्चाओं में गाजा में युद्ध विराम तक पहुंचने, गाजा पट्टी और वेस्ट बैंक पर 'क्रूर इजरायली हमले" को रोकने के लिए अरब कोशिशों को जारी रखने के महत्व पर जोर दिया गया. 


 जॉर्डन के विदेश मंत्री ने दी इजरायल को चेतावनी
जॉर्डन के विदेश मंत्री ने कहा कि जॉर्डन गाजा और लेबनान पर इजरायली 'आक्रामकता' को समाप्त करने के लिए मिस्र के साथ काम करना जारी रखेगा. सफादी ने वेस्ट बैंक में 'उबलते हालात के प्रति चेतावनी देते हुए कहा कि अगर वहां स्थिति विस्फोटक हो जाती है, तो यह और भी खतरनाक रूप ले लेगी.


उन्होंने जोर देते हुए कहा कि देरी के लिए कोई जगह नहीं है और इजरायल को कानून से ऊपर नहीं होना चाहिए. इस बीच कतर की अंतर्राष्ट्रीय सहयोग राज्य मंत्री लोलवा अल-खतर ने बढ़ते हिजबुल्लाह-इजरायल संघर्ष के बीच लेबनान के लिए कतर के समर्थन को व्यक्त किया. उन्होंने इजरायली हमलों की निंदा करने में अरबों के बीच एकता का आश्वासन दिया.


मानवीय संकट को कैसे किया जाएगा कंट्रोल
वहीं, लेबनानी मंत्रिपरिषद द्वारा मंगलवार को जारी एक बयान के मुताबिक, अल-खतर ने लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती से मुलाकात की. समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, अल-खतर ने कहा कि कतर 1.2 मिलियन से ज्यादा विस्थापित लेबनानी लोगों के मानवीय संकट को कंट्रोल करने के लिए मध्यम और दीर्घकालिक योजनाओं पर काम कर रहा है.