Udupi Video Case: शबनाज, अल्फिया और अलीमा के खिलाफ केस ; सियासी रंग ले रहा मामला
यह मामला कर्नाटक के उडुपी का है, जहां एक ‘पैरामेडिकल कॉलेज’ के शौचालय में एक छात्रा का कथित तौर पर उसके साथ पढ़ने वाली छात्राओं ने प्रैंक वीडियो रिकॉर्ड कर इसे बाद में डिलीट कर दिया था. लेकिन इस मामले ने अब तूल पकड़ लिया है.
मंगलुरुः कर्नाटक के उडुपी में एक ‘पैरामेडिकल कॉलेज’ के शौचालय में छात्रा का कथित वीडियो रिकॉर्ड करने के मामले में संस्थान की तीन छात्राओं और कॉलेज प्रशासन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. आरोपियों के खिलाफ सांप्रदायिक सौहाद्र बिगाड़ने का मामला भी दर्ज किया गया है. पुलिस के मुताबिक, उडुपी के मालपे पुलिस थाने में दर्ज मुकदमे में तीन छात्राओं शबनाज, अल्फिया और अलीमा को आरोपी बनाया गया है. सूचना प्रौद्योगिकी कानून के तहत इस मामले में कॉलेज प्रशासन को भी आरोपी बनाया गया है. यह घटना 18 जुलाई की बताई जा रही है.
राजनीतिक रंग ले रहा है मामला
इस मुद्दे ने राजनीतिक रंग ले लिया है. राज्य की मुख्य विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ने हिंदू लड़की का वीडियो बनाने की आरोपी तीन मुस्लिम छात्राओं की गिरफ्तारी की मांग को लेकर गुरुवार को राज्यव्यापी प्रदर्शन की घोषणा की है. उधर, आरोपी तीनों छात्राओं को कॉलेज प्रशासन ने निलंबित कर दिया है. वहीं, इस मामले
क्या है मामला?
पुलिस के मुताबिक, ‘नेत्र ज्योति इंस्टीट्यूट ऑफ अलायड हेल्थ साइंसेज’ के शौचालय में कथित तौर पर तीन मुस्लिम लड़कियों ने अपनी एक सहपाठी का वीडिया रिकॉर्ड किया था. ऐसा बताया जा रहा है कि बाद में इस वीडियो को कॉलेज प्रशासन ने डिलीट कर दिया. वहीं, कॉलेज प्रशासन का कहना है कि यह एक प्रैंक वीडियो था, जिसे छा़त्राओं ने खुद डिलीट किया था, जबकि दक्षिणपंथी संगठनों का आरोप है कि कॉलेज प्रशासन ने मुस्लिम लड़कियों को बचाने के लिए ऐसा किया है. इस मामले में पीड़ित छात्रा की तरफ से कोई मुकदमा नहीं किया गया था. स्वतः संज्ञान लेते हुए पुलिस ने मामला दर्ज किया है. पुलिस के मुताबिक, घटना के वीडियो में छेड़छाड़ कर कथित तौर पर इसे ‘वन इंडिया कन्नड़’ यू-ट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया था. इसके बाद कालू सिंह चव्हाण नाम के एक शख्स ने भी उस वीडियो को अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया था. जो वीडियो सोशल मीडिया पर दिखाया गया दरअसल वह कॉलेज का वीडियो ही नहीं था. पुलिस ने लोगों से उस वीडियो को शेयर न करने की अपील और अफवाहों से दूर रहने की हिदायत दी है.
केस
राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य खुशबू सुंदर ने बुधवार को कहा, "पैरामेडिकल कॉलेज के शौचालय में छात्रा का उसकी सहपाठी छात्राओं द्वारा कथित तौर पर वीडियो बनाने के मामले की जानकारी हासिल करने के लिए वह कर्नाटक स्थित उडुपी जा रही हैं." महिला आयोग की सदस्य ने कहा कि घटना ‘बेहद दुखद’ है.