Emmanuel Macron at Nizamuddin Dargah: बीते दिन पूरे देश ने बड़े जोश व खरोश के साथ गणतंत्र दिवस मनाया गया. कर्तव्य पथ पर परेड में महिला सशक्तिकरण की झलक देखने को मिली. परेड में महिलाओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया. इस बार गणतंत्र दिवस के मौके पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों भारत आए. वह 75वें गणतंत्र दिवस पर भारत के चीफ गेस्ट थे. पीएम मोदी ने उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया. अपने भारत दौरे के दौरान मैक्रों ने कई जगहों का दौरा किया. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों शुक्रवार शाम दिल्ली में मौजूद दरगाह निजामुद्दीन औलिया पहुंचे. अधिकारियों ने जानकारी दी कि मैक्रों देश में सूफी संस्कृति के 700 साल पुराने केंद्र में रात पौने दस बजे पहुंचे. उन्होंने यहां आधे घंटे से ज्यादा वक्त बिताया. यहां उन्होंने कव्वाली भी सुनी.


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निजामुद्दीन पहुंचे मैक्रों
यह दरगाह प्रसिद्ध सूफी संत निजामुद्दीन औलिया और उनके शिष्य अमीर खुसरो की है. यहां पर दोनों की कब्रें हैं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इससे पहले राष्ट्रपति भवन में अपने फ्रांसीसी समकक्ष मैक्रों का स्वागत किया और उनके एजाज में डिनर का आयोजन किया.


बेहद खुश हुए मैक्रों
फांस के राष्ट्रपति का शु्क्रवार को भारत दौरे का आखिरी दिन था. इस मौके पर उन्होंने कहा कि "यह बेहद खुशी की बात है कि साल 2018 में अपनी राजकीय यात्रा के 5 साल बाद फिर से भारत में हूं. इस तरह के प्रोग्राम का हिस्सा बनकर काफी खुश हैं." राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने अपने दो दिन के दौरे की शुरूआत जयपुर से की. यहां पीएम मोदी ने मैक्रों के साथ रोड शो किया. इस दौरान उन पर फूल बरसाए गए. यहां दोनों आमेर किला और जंतर-मंतर गए. 


पांचवें साष्ट्रपति मैक्रों
आपको बता दें कि इमैनुअल मैक्रों गणतंत्र दिवस में हिस्सा लेने वाले छठे फ्रांसीसी नेता और पांचवे राष्ट्रपति हैं. यह भारत के गणतंत्र दिवस में हिस्सा लेने वाले किसी भी की तुलना में सबसे बड़ी संख्या है. मैक्रों के साथ उनका एक प्रतिनिधि मंडल भी भारत आया. इसमें वहां की कई राजनीतिक हस्तियां हैं. ऐसे में दोनों देशों के दरमियान रक्षा को लेकर समझौते हुए. फ्रांसीसी सेना की एक टुकडी ने भी गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लिया.