कड़ी सुरक्षा के बीच नोएडा में अदा की गई रमजान के पहले जुमे की नमाज, चप्पे-चप्पे पर रही पुलिस की तैनाती
Ramzan 2024: नोएडा सेक्टर 8 में बनी जामा मस्जिद में भी जुमे की नमाज के वक्त बड़ी तादाद में पुलिस बल मौजूद रहा. अमन-चैन कायम रखने के लिए पुलिस की पैदल गश्त भी हुई. पुलिस ने कई संवेदनशील जगहों की पहचान कर,ड्रोन से निगरानी की.
Ramadan Firts Friday: विश्वभर में मुस्लिम समुदाय रमजान के पाक महीने को बड़ी अकीदत और एहतमाम के साथ मना रहा है. रमजान के पहले जुमे में दिल्ली और उसके आस पास के मस्जिदों में नमाजियों की बहुत भीड़ देखने को मिली. इसी बीच, नोएडा में जुमे की नमाज के बीच पुलिस ने कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था कर रखी थी. सड़क से लेकर आसमान तक सिक्योरिटी के पुख्ता इंतजाम थे. साथ ही ड्रोन से सभी संवेदनशील इलाकों की पेट्रोलिंग की गई. इसके अलावा पुलिस ने सोशल मीडिया पर भी कड़ी नजर बनाए रखी.
दरअसल, नोएडा सेक्टर 8 में बनी जामा मस्जिद में भी जुमे की नमाज के वक्त बड़ी तादाद में पुलिस बल मौजूद रहा. अमन-चैन कायम रखने के लिए पुलिस की पैदल गश्त भी हुई. पुलिस ने कई संवेदनशील जगहों की पहचान कर,ड्रोन से निगरानी की.
नोएडा के DCP विद्या सागर मिश्र ने बताया, "जुमे की नमाज को लेकर सिक्योरिटा अरेंजमेंट और यातायात व्यवस्था की तैयारी की गई थी.धर्म गुरुओं से भी लगातार बातचीत जारी रहा. गौरतलब है कि बीते दिनों सेंट्रल गवर्नमेंट ने सीएए ( CAA) लागू किया है. इस कानून के मुताबिक, मजहब की बुनियाद पर प्रताड़ित किए गए पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से अल्पसंख्यक हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई कम्युनिटी को भारत की नागरिकता दिए जाने का प्रावधान है.
इस कानून के तहत पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के उन अल्पसंख्यकों को भारतीय नागरिकता देने का रास्ता आसानी से खुल जाएगा, जो लंबे वक्त से भारत में रह रहे हैं. जबकि इस कानून से किसी भी भारतीय की नागरिकता नहीं जाएगी. चाहे वो किसी भी मजहब का क्यों ना हो. हालांकि, कई सियासी पार्टियां इस कानून पर अपना विरोध जता चुके हैं.