Jammu and Kashmir Snowfall: मौसम-ए-सरमा में टूरिस्टों की सबसे पहली पसंद धरती की जन्नत कहे जाने वाली जम्मू-कश्मीर होती है. सफेद चादरों में लिपटी घाटी को देखने के लिए हर साल अक्टूबर से लेकर फरवरी के आखिर तक पर्यटकों की यहां पर काफी भीड़ होती है. जम्मू-कश्मीर में मौसम के करवट लेते ही  टूरिस्टों की बड़ी खेप गुलमर्ग, पहलगाम, माता वैष्णो देवी के त्रिकुटा पर्वत समेत कई इलाकों में टूरिस्ट स्नोफॉल का लुत्फ उठाने पहुंच गए हैं और सुबह की बर्फबारी में टूरिस्ट जमकर एन्जॉय भी कर रहे हैं.    


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इसी बीच, बर्फबारी के साथ श्रीनगर शहर में मौसम का पहला हिमपात हुआ. इससे कश्मीर घूमने आए पर्यटकों के चेहरे खिल गए. जम्मू डिविजन के मशहूर पर्यटक स्थल नत्थाटाप, पत्नीटाप, कठुआ जिला के बनी और राजौरी के पहाड़ भी बर्फ की सफेद चादरों से ढक गए हैं.



गुंड में फंसे हुए पर्यटकों के लिए खोली मस्जिद 
स्नोफॉल की वजह से जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर काजीगुंड और जवाहर टनल के पास दो हजार से ज्यादा गाड़ियां फंस गई हैं. इस दौरान स्थानीय लोगों ने मानवता की मिसाल की और टूरिस्टों की मदद की. गुंड में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पर्यटकों को ठंड से बचाने के लिए गर्म कपड़े, चाय, कहवा पेश की. इतना ही नहीं गुंड के स्थानीय लोगों ने  वहां के मस्जिद को भी टूरिस्टों के लिए खोल दिया.



स्थानीय लोगों की इस तरह की मदद को देखकर पर्यटकों के आंखों में आंसू आ गए.  एक भावुक पर्यटक ने कहा, "आपकी वजह से हमें नई जिंदगी मिली है. आप लोग हमारे लिए आशीर्वाद बनकर आए. आपकी वजह से आज हम सुरक्षित हैं."



पर्यटकों के लिए रिजवान बने फ़रिश्ता
वहीं, गांदरबल के कुल्लन में भारी बर्फबारी के बीच,स्थानीय नौजवान रिजवान अहमद ने फंसे हुए पर्यटकों को गर्म चाय पिलाकर लोगों की मदद की. भारी बर्फबारी की वजह से कई पर्यटक सड़कों पर अब भी ही रुके हुए हैं, लेकिन इस चुनौतीपूर्ण स्थिति में रिज़वान अहमद सहित स्थानीय लोग फंसे हुए लोगों मदद कर रहे हैं.


रिपोर्ट:- क़ुदसिया बेगम