Haldwani News: हल्द्वानी में हिंसा के बाद दिन के पांच वक्त आजान की आवाज से गुलजार रहने वाली मस्जिदे आज वीरान है. क्योंकि कल उतराखंड़ प्रशासन ने कथित अवैध मदरसा को ध्वस्त कर दिया था. जिसके बाद इलाके में दंगे फैल गए, जिसके बाद यहां पर कर्फ्यू नाफिज कर दिया गया. इसके साथ ही किसी को भी घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं दी गई. 


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लोगों ने प्रशासन पर लगाए गंभीर इल्जाम
मकामी लोगों लोगों का इल्जाम है कि आज जुम्मा है, लेकिन प्रशासन ने कहा है कि लोगों को नमाज पढ़नी है, तो वो सभी लोग अपने-अपने घरों में नमाज पढ़ें. बाहर किसी को भी निकलने की इजाजत नहीं हैं. जिसकी वजह से पूरे इलाके की तकरीबन एक दर्जन से ज्यादा मस्दिदे पूरी तरीके से बंद हैं. एक मकामी ने दबे लफ्जों में कहा कि अपनी जिंदगी में पहली बार हमने ऐसा पहली बार देखा है कि जब मस्जिद के दरवाजे बंद है और किसी वक्त की अजान तक नहीं हुई है. 


मौलाना तौकीर रजा ने दिया बड़ा बयान
इस बीच मौलाना तौकीर रजा ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा, "नफरत का माहौल बना दिया गया है. हम सब की जिम्मेदारी है कि हम अपनी इबादतगाहों को बचाए रखने के लिए संविधान में दिए अधिकार के साथ हम शांतिपूर्वक अपना विरोध दर्ज कराएं. उन्होंने आगे कहा, "हमसे बोलने का अधिकार छीना जा रहा है, जुल्म को किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जा सकता है. इस तरह के हालात हम नहीं देख सकते हैं. उन्होंने कहा कि हम जब कुछ नहीं कर सकते तो ऐसी आजादी से बेहतर जेल जाना है."


जानें पूरा मामला
दरअसल, हल्द्वानी में कथित अवैध मदरसा को धामी सरकार ने ध्वस्त कर दिया. जिसके बाद पूरे इलाके में बवाल हुआ है और लोगों ने जमकर आगजनी की है. इस हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई है. वहीं, 100 से ज्यादा लोग घायल हुए है. इसके बाद राज्य के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने हाई-लेवल मीटिंग बुलाई थी. इस बैठक के बाद सीएम ने उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया था. बिगड़ते हालात को देखते हुए धामी सरकार ने हल्द्वानी में कर्फ्यू नाफिज किया गया है. पूरे इलाके में पैरामिलिट्री फोर्स को तौनात किया गया है.