कैसे हैं हल्द्वानी के हालात; शान्ति समिति की बैठक में मुस्लिम प्रतिनिधियों को न बुलाने का इल्ज़ाम
Haldwani Protest: डीएम ने बनभूलपुरा इलाके के सभी उलेमाओं और और दूसरे प्रतिनिधियों से बातचीत के दौरान कहा कि अगर आप किसी भी दंगाई को जानते हैं तो उसे पुलिस के हवाले कर दें. डीएम ने कहा कि जितनी जल्दी दंगाई पकड़े जाएंगे उतनी जल्दी शहर में अमन चैन शांति कायम हो जाएगी.
Haldwani Protest: उत्तराखंड के नैनीताल जिले के हल्द्वानी में हुए हिंसा को लेकर जिला प्रशासन ने आज पीस कमेटी की बैठक बुलाई. इस मीटिंग का मकसद था कि हल्द्वानी हिंसा को कैसे शांत किया जाए. इस दौरान जिला प्रशासन के तमाम अफसरों ने पीस कमेटी के सदस्यों से सुझाव मांगे. वहीं, बैठक के दौरान नैनीताल की डीएम काफी सख्त दिखी, उन्होंने कहा कि दंगाइयों को किसी भी हाल में नहीं बख्शा जाएगा.
डीएम ने बनभूलपुरा इलाके के सभी उलेमाओं और और दूसरे प्रतिनिधियों से बातचीत के दौरान कहा कि अगर आप किसी भी दंगाई को जानते हैं तो उसे पुलिस के हवाले कर दें. डीएम ने कहा कि जितनी जल्दी दंगाई पकड़े जाएंगे उतनी जल्दी शहर में अमन चैन शांति कायम हो जाएगी और कर्फ्यू वाले इलाकों में ढील देनी शुरू कर दी जाएगी, क्योंकि प्रशासन का सबसे पहला काम शहर की कानून व्यवस्था को मजबूत करना और शांति बहाली प्रदान करना है. नैनीताल डीएम वंदना ( Vandana IAS ) ने कहा वनभूलपुरा इलाके में हालात फिलहाल कंट्रोल में है, सिक्योरिटी फोर्स अपना काम कर रही है और दंगाइयों को चिन्हित करने का काम लगातार जारी है.
नैनीताल एसपी ने कहा?
वहीं,नैनीताल जिले के SSP पी एन मीणा ( PN Meena ) ने कहा की हालात पर नजर बनाए हुए हैं. हिंसा के मुख्य मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की टीम में लगातार छापेमारी कर रही है. फिलहाल, शहर में माहौल शांतिपूर्ण है. यहां के लोगों की तरफ से काफी सपोर्ट मिल रहा है.
इमाम ने डीएम पर लगाया ये इल्जाम
पीस कमेटी की मीटिंग में आए शहर इमाम मोहम्मद आज़म कादरी ने कहा की निर्दोषों को पुलिस-प्रशासन परेशान ना करें और कर्फ्यू में थोड़ा सा ढील दी जाए. उन्होंने कहा कि दंगाइयों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए. वहीं, शहर के इमाम ने मौजूदा नैनीताल डीएम पर इल्जाम लगाया कि प्रशासन ने हल्द्वानी में हिंसा के दौरान शहर इमाम और दूसरे बड़े मुस्लिम प्रतिनिधियों से बातचीत नहीं की और ना ही उन्हें फोन किया.
क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है कि हल्द्वानी में कथित तौर पर अवैध मदरसा को सरकार ने ध्वस्त कर दिया, जिसके बाद पूरे इलाके में ये खबर की आग की तरह फैल गई. वहां के लोगों ने सरकार के खिलाफ प्रटेस्ट शुरू कर दिया, देखते देखते ही प्रोटेस्ट हिंसा में बदल गई. इस हिंसा के दौरान दो लोगों की मौत हो गई. जबकि 100 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए हैं. सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इस हिंसा के बाद हाई-लेवल मीटिंग बुलाई और उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया. बिगड़ते हालात को देखते हुए धामी सरकार ने हल्द्वानी में कर्फ्यू लगा दिया है.