HP में संजौली के बाद इस मस्जिद पर हिंदू संगठनों की है टेढ़ी नजर, जमकर काटा बवाल
Himachal Pradesh Mandi Mosque: मंडी शहर के जेल रोड मौजूद खसरा नंबर 1280 स्थित विवादित मस्जिद के कब्जे में बताया जा रहा है. इसी मस्जिद को लेकर हिंदू संगठनों ने जमकर बवाल काटा है.
Himachal Pradesh Mandi Mosque: हिमाचल प्रदेश में मस्जिद को लेकर हिंदू संगठनों ने मोर्चा खोल दिया है. पहले संजौली मस्जिद को लेकर भारी बवाल किया था. अब मंडी के जेल रोड स्थित मस्जिद को लेकर हिंदू संगठनों ने आज यानी 19 नवंबर को एक बार फिर से विरोध प्रदर्शन किया है. इस मौके पर हिंदू संगठनों नेताओं ने जमकर नारेबाजी की है.
हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने शांतिपूर्ण तरीके से मंडी शहर के सेरी चाननी पर इकट्ठा होकर प्रदेश सरकार, मकामी प्रशासन और पुलिस समेत वक्फ बोर्ड के खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज कराया. इसके बाद कार्यकर्ताओं ने चौहटा बाजार, मोती बाजार, सनातन धर्म सभा गली और जिला पोस्ट आफिस से दोबारा चौहटा बाजार होते हुए नारेबाजी और हिंदूवादी गीतों के साथ प्रदर्शन को खत्म किया.
हिंदू संगठन ने दी पुलिस को चेतावनी
वहीं हिंदू संगठनों के नेताओं ने प्रदेश सरकार और प्रशासन को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगों पर जल्द कार्रवाई अमल में ना लाई गई, तो आने वाले समय में प्रशासन और पुलिस को सरप्राइज दिया जाएगा.
क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि मंडी शहर के जेल रोड मौजूद खसरा नंबर 1280 स्थित विवादित मस्जिद के कब्जे में बताया जा रहा है. इस जमीन को लेकर हिंदू संगठनों द्वारा प्रशासन के समक्ष कार्रवाई करने को लेकर शिकायत भी दर्ज कराई है, लेकिन, आज तक इस मामले को लेकर प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई अमल में लाई नहीं गई है.
हिंदू जागरण मंच के नेता ने क्या कहा?
हिंदू जागरण मंच के राज्य सचिव कमल गौतम ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा अवैध ढांचे बनाए गए हैं और मंडी शहर में देव स्थान की भूमि पर अवैध ढांचा तैयार कर दिया है. उन्होंने कहा कि इससे पूर्व भी मंडी में अवैध निर्माण को लेकर प्रदर्शन किया गया था, लेकिन आज तक प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
उन्होंने कहा, “सरकार की तरफ से हिंदू समुदाय को भरमाया जा रहा है. सरकार तुष्टिकरण की राजनीति के तहत आगे बढ़ रही है. हिंदू समुदाय को भ्रमित कर रहे हैं. सरकार और प्रशासन यह ना सोचे कि हम यह सब कुछ भूल चुके हैं. अगर हमारे देवस्थानों को मुक्त नहीं किया गया, तो हम इससे ज्यादा व्यापक विरोध प्रदर्शन करेंगे.”