Alvida Juma: उत्तर प्रदेश में संभल शहर के इमाम मौलाना आफताब हुसैन वारसी ने अलविदा जुमा को लेकर मुसलमानों से अपील की है कि ईद को अमन और भाईचारे के साथ मनाएं. साथ ही उन्होंने मुस्लिमों से अपील की है कि ईद की नमाज़ आम रास्तों पर ना पढ़ें. मौलाना ने लोगों से अपने साथ-साथ देश और अपने शहर की तरक्की के लिए भी दुआ करने की अपील की है. बता दें कि बीते दिनों संभल में मस्जिद के अंदर जुमे की नमाज के दौरान बीजेपी और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच किसी बात को लेकर मारपीट हो गई थी.


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मस्जिद में हुआ था विवाद
दरअसल, मस्जिद की 21 दुकानों के किराए को लेकर दोनों पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच विवाद हो गया. बाद में यह विवाद हिंसात्मक हो गया. हालांकि, जिला प्रशासन ने बाद में मामले को संज्ञान में लेने के बाद मौके पर बड़ी संख्या में पुलिसबलों को तैनात कर स्थिति को काबू में कर लिया था. पुलिस ने इस मारपीट में संलिप्त 8 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा था. इस मारपीट में 5 से 6 लोग घायल भी हुए थे. पुलिस ने इस बार जुमे की नमाज के दौरान जिले में कोई अप्रिय घटना ना हो, इसके लिए सुरक्षा के पूरे बंदोबस्त कर लिए हैं.


क्या है अलविदा जुमा
ख्याल रहे कि रमजान माह के आखिरी जुमा को अलविदा जुमा कहते हैं. अलविदा का मतलब किसी से जुदा होना होता है. यहां अलविदा का मतलब रमजान के रुख्सत होने से लिया जाता है. पूरे रमजान में 3 या 4 जुमा पड़ते हैं. आखिरी जुमे को अलविदा जुमा कहा जाता है. इस्लाम में अलविदा की नमाज को बहुत अहमियत दी जाती है. इस दिन इमाम साहब खुतबे में अलविदा का खुतबा पढ़ते हैं. इस दिन मुसलमान नए और अच्छे कपड़े पहन कर मस्जिद में जाते हैं और नमाज अदा करते हैं.