Jodhpur: राजस्थान के जोधपुर से एक मामला समाने आया है, जिसकी पूरी मुल्क में तारीफ हो रही है. दरअसल यहां मुस्लिम समुदाय ने दो लोगों समेत उनके परिवार को बहिष्कृत किया है. उन पर गोवंश का मांस रखने का आरोप लगा था. पुलिस ने सिर मिलने के बाद आरोपियों को हिरासत में लिया था.


क्या है मामला और कहां का केस है?


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भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मामला नागौर के तिंवरी का है, जहां पंचायत ने एक लेटर जारी कर कहा कि समाज को दोनों की गिरफ्तारी से कोई आपत्ति नहीं है. वे हिंदू समाज के साथ कंधा मिलाकर चलना चाहते हैं. ये मामला शनिवार सुबह 8 बजे पे आया था. पुलिस ने आरोपियों को 24 घंटों में गिरफ्तार कर लिया था. इसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया था.


पुलिस ने क्या कहा?


पुलिस ने बताया कि मामले के आरोपी सऊद और अकरम को तिंवरी में उनके घर से गिरफ्तार किया गया था. सऊद मज़दूरी करता है और अकरम ड्राइवर है. प्रशासन ने आगे जानकारी दी कि मथानिया सर्कल के पास धनलक्ष्मी रेस्टोरेंट के पास गोवंश के शरीर के टुकड़े मिले थे.


हिंदू संगठनों का हंगामा


इसके बाद हिंदू संगठन के लोग वहां पहुंचे और गुस्से का इजहार किया. बजरंग दल के जिला विशेष संपर्क प्रमुख देवेंद्र गोयल ने मथानिया थाने में इसके खिलाफ मामला दर्ज कराया. पुलिस ने इसके बाद कार्रवाई शुरू की और 24 घंटों में आरोपियों को पकड़ लिया.


मुस्लिम समुदाय ने जारी किया लेटर


इस मामले का पता चलते ही कौम नागौरी तेलियान पंचान समिति तिंवरी ने लेटर जारी किया और आरोपियों को बेदखल कर दिया. इस लेटर में लिखा था कि घटना से मुस्लिम समुदाय को गहरा दुख पहुंचा है और हिंदू धर्म की आस्था तो गहरी ठेस पहुंचाने वाले इन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो.


समिति तिवरी के अध्यक्ष मोहम्मद इकबाल ने बताया कि हमारा समाज ऐसे असमाजिक तत्वों को बढ़ावा नहीं देता है. हमने आपसी सहमति से सऊद, अकरम और उनके परिवारों को बहिष्कृत करने का फैसला किया है.