Uttarakhand Madarsa: उत्तराखंड के मदरसों में पढ़ाई जाएगी इस हिंदू महापुरुष की कहानी
Uttarakhand Madarsa: उत्तराखंड में वक्फ बोर्ड ने कहा है कि वह मदरसों में प्रोफेट मोहम्मद स0 की जिंदगी पढ़ाने के साथ-साथ भगवान राम का भी किरदार पढ़ाएंगे.
Uttarakhand Madarsa: उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के तहत संचालित मदरसों के नए पाठयक्रम में भगवान राम की कहानी भी शामिल की जाएगी. वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने बृहस्पतिवार को बताया कि इस साल मार्च में शुरू होने वाले सत्र में नए पाठयक्रम को लागू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि भगवान राम एक मिसाली किरदार हैं, जिनके बारे में हरेक को पता होना चाहिए और उनको फॉलो करना चाहिए. शम्स ने कहा, "पिता को अपना वादा पूरा करने में मदद के लिए श्रीराम ने सिंहासन छोड़ दिया और वन को चले गए. भगवान राम जैसा बेटा कौन नहीं चाहेगा?" उन्होंने कहा कि मदरसा के छात्रों को पैगंबर मुहम्मद के साथ ही भगवान राम की जिंदगी भी पढ़ाई जाएगी. वक्फ बोर्ड के तहत प्रदेश भर में 117 मदरसे संचालित किए जा रहे हैं.
भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा
आपको बता दें कि हाल ही में उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन किया गया है. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्राण प्रतिष्ठा प्रोग्राम कर इस मंदिर का उद्घाटन किया. इस प्रोग्राम में देश विदेश से कई बड़ी हस्तियां शामिल हुईं. इसमें खेल, सिनेमा और साहित्य से लोग भी शामिल हुए. मंदिर में भगवान राम के बचपन की मूर्ति स्थापित की गई. इसके बाद इसकी प्राण प्रतिष्ठा हुई.
एयरपोर्ट का उद्घान
राम मंदिर के उद्घाटन से पहले अयोध्या में पीएम मोदी ने एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया. राम मंदिर के उद्घाटन के बाद ही यहां भगवान राम के दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. यहां यातायात पुलिस को भीड़ को कंट्रोल करने में बड़ी मशक्तों का सामना करना पड़ा.
ओआईसी ने की निंदा
इस मौके पर इस्लामिक देशों के संगठन 'ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन' (OIC) ने अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की निंदा की. उसने बयान में कहा कि "भारतीय शहर अयोध्या में जिस जगह पर पहले बाबरी मस्जिद ढहाई गई थी, वहीं 'राम मंदिर' का निर्माण और इसकी प्राण प्रतिष्ठा गंभीर चिंता का विषय है."
महाराष्ट्र में झड़प
राम मंदिर के उद्घाटन से एक दिन पहले महाराष्ट्र के मीरा रोड इलाके में दो ग्रुपों में झड़प हो गई. यह झड़प तब हुई जब राम भक्त नारा लगाते हुए रैली निकाल रहे थे. पुलिस ने इस मामले में 13 लोगों को गिरफ्तार किया. इसके अलावा 5 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया. झड़प के एक दिन बाद यहां प्रशासन ने अवैध निर्माण पर बुलडोजर कार्रवाई की और दर्जनों इमारतों को तोड़ा गया.