Quran Desecration: रूस की जांच एजेंसी ने शु्क्रवार को 28 साल के इजिप्ट के नागरिक के खिलाफ केस दर्ज किया है. शख्स ने कुरान की बेहुरमती करने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था. जांच एजेंसी की वेबसाइट की एक रिपोर्ट में रूस के उल्यानोव्स्क शहर में मौजूद ऑफिस कार्यालय ने कहा कि जिस व्यक्ति ने मुसलमानों की पवित्र कुरान की बेहुरमती की है, उसे शराब में डुबोया और फिर उसे सियावागा नदी में फेंक दिया, उसे गुंडागर्दी और मजहबी अपराध के इल्जाम में हिरासत में लिया गया था. आरोपी  शख्स के घर पर तलाशी ली जा रही है. 


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स्वीडेन में जलाई गई कुरान


शख्स ने कुरान की बेहुरमती का वीडियो तब पोस्ट किया है जब स्वीडन में कुरान जलाए जाने का मामला सुर्खियों में हैं. पिछले महीने 28 जून को स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम सेंट्रल मस्जिद के सामने मोमिका नाम के एक शख्स ने कुरान को सबके सामने जलाया था. इस दौरान सख्स ने प्रदर्शन भी किया था. हैरत की बात यह है कि मोमिका ने लगभग 200 लोगों की मौजूदगी में कुरान जलाई थी. वहां मौजूद ज्यादातर लोगो कुरान जलाए जाने का सपोर्ट कर रहे थे. कुरान जलाने वाला शख्स इराक से भाग कर स्वीडन आया था. शख्स ने विरोध प्रदर्शन करने की इजाजत ली थी.


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पाकिस्तान की मुखालफत


इस मामले के बाद दुनियाभर के कई मुस्लिम देशों ने इस पर अपन नाराजगी जताई थी. इस घटना की पाकिस्तान ने पुरजोर मुखालफत की थी. इसके बाद संयुक्त राष्ट्र संघ की ह्यूमन राइट परिषद ने एक अर्जेंट मीटिंग बुलाई थी. इसके बाद पाकिस्तान सरकार ने अपने यहां सभी दलों से कहा था कि वह कुरान की बेहुरमती किए जाने के मामले पर पूरे देश में विरोध प्रदर्शन करें. 


मुस्लिम देशों ने जताई नाराजगी


इस घटना पर मोरक्को ने भी आपत्ति जताई थी और स्वीडन से अपने राजनयिकों को वापस बुला लाया था. मोरक्को ने कहा था कि "इस मामले की वह कड़ी निंदा करते हैं और इस काम को अस्वीकार करते हैं." तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यब अर्दोगान ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि "इस मामले की वह कड़ी निंदा करते हैं और इस काम को अस्वीकार करते हैं." ईराक के लोगों ने अपने यहां मौजूद स्वीडिश एंबेसी के सामने विरोध प्रदर्शन करते हुए "हां, हां कुरान" के नारे लगाए थे. स्वीडिश सरकार ने कुरान जलाए जाने की निंदा की और इसे 'इस्लामोफोबिक' काम बताया.