Himachal Pradesh Mosque Controversy: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली मस्जिद विवाद से भड़की आग अब पूरे प्रदेश में फैल गई है. आए दिन मस्जिदों के विरोध में हिमाचल के अलग-अलग हिस्सों में हिन्दू संगठनों के लोग सड़क पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे हैं. शुक्रवार, 20 सितंबर को भी कई जिलों में हिन्दू संगठनों के लोगों विरोध प्रदर्शन किया. धर्मशाला जिला हेडक्वार्टर से सटे कोतवाली बाजार को व्यापार मंडल के लोगों ने तीन घंटे तक बंद कर बीच रोड पर हनुमान चालीसा का पाठ किया और डीएम को ज्ञापन सौंपकर बाहरी लोगों की जांच करने की मांग की. वहीं,मंडी शहर में बन रहे मस्जिद पर नगर निगम ने  बड़ी कार्रवाई करते हुए मस्जिद की बिजली, पानी काटने के आदेश जारी किए.


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बीच रोड पर हिन्दू संगठनों ने किया हनुमान चालीसा का पाठ 
धर्मशाला कोतवाली बाजार के व्यापार मंडल ने जिला प्रशासन के जरिए से सरकार से बाहर से आए मुस्लिम समुदाय के मजदूरों और व्यापारी की जांच की मांग करते हुए तीन घंटे तक मुख्य बाजार को बंद रखा और बीच रोड पर बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ किया.


व्यापार मंडल कोतवाली बाजार के चेयरमैन नरेंद्र जंवाल का कहना है कि प्रवासियों के पास करने को तो कुछ नहीं लेकिन मकान किराया हैसियत से भी ज्यादा भर रहे हैं. उन्होंने कहा कि धर्मशाला में पिछले कुछ सालों में इतने प्रवासी आ चुके हैं कि जिनकी न तो रजिस्ट्रेशन हुई है और न ही वैरिफिकेशन, बावजूद इसके वो लोग यहां काम धड़ल्ले से कर रहे हैं. इन्हीं मुद्दों को लेकर आज सूबे के हर बाजार में व्यापारी वर्ग के लोग खफा हैं.


मंडी में भी मस्जिद पर बवाल
उधर, मंडी शहर के जेल रोड स्थित निर्माणाधीन मस्जिद के खिलाफ स्थानीय प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बिजली और पानी काटने के आदेश जारी किए हैं. साथ ही अवैध निर्माण को 30 दिनों के अंदर गिराने के लिए नगर निगम को कोर्ट द्वारा आदेश जारी किए गए हैं


इस पूरे मामले को लेकर जानकारी देते हुए कमिश्नर एचएस राणा ने बताया कि मस्जिद की बिजली 18 सितंबर को काट दी गई है और पानी के कनेक्शन का आदेश दिया गया है. अगर 30 दिन के भीतर अवैध ढांचा नहीं गिराया गया तो विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. इसको लेकर 3 दिन पहले स्थानिय लोगों ने उपायुक्त मंडी से मिलकर यह दावा किया है कि जिस जगह पर मस्जिद बनी है वहां कभी शिवालय हुआ करता था, इसलिए इस जगह पर पुरातत्व विभाग की टीम से खुदाई करवाई जाएगी. इसके बाद ही सारी स्थिति साफ हो पाएगी.



क्या है मंडी शहर मस्जिद का पूरा मामला?
उल्लेखनीय है कि बीते 10 सितंबर को निर्माणाधीन मस्जिद को गैर-कानूनी बताते हुए हजारों की तादाद में हिंदू संगठन के लोगों ने मस्जिद को तोड़ने की मांग उठाते हुए प्रदर्शन किया और मस्जिद तोड़ने की चेतावनी दी. इसके बाद 12 सितंबर को मस्जिद कमेटी के लोगों ने भाईचारे का मैसेज देते हुए लोक निर्माण विभाग की जमीन पर बनाए गए मस्जिद की एक दीवार को गिराने का काम शुरू कर दिया, लेकिन हिंदू संगठनों के लोग इससे शांत नहीं हुए और 13 सितंबर को पूरी मस्जिद गिराने की मांग को लेकर सड़कों पर फिर से उतर गए. डिपार्टमेंट इस मामले को गंभीरता से लेते हुए गहन जांच कर रही है. यह मामला अब मजहब और आस्था से जुड़ गया है.