मौलाना तौकीर रजा ने बोला BJP पर हमला, कहा- कांवड़ यात्रा से नहीं नमाज से...
Maulana Tauqeer Raza on BJP: बरेली के इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के चीफ मौलाना तौकीर रजा ने आज यानी 27 जुलाई को बीजेपी पर जमकर हमला बोला है. इसके साथ ही उन्होंने विपक्ष पर भी हमला बोला है.
Maulana Tauqeer Raza on BJP: उत्तर प्रदेश में बरेली के इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के चीफ मौलाना तौकीर रजा ने आज यानी 27 जुलाई को बीजेपी पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने इल्जाम लगाया कि बीजेपी शासित राज्यों में मुसलमानों के साथ नाइंसाफी की जा रही है. पांच मिनट की अजान में लोगों को दिक्कत होती है, लेकिन पूरे महीने की कांवड़ यात्रा से कोई दिक्कत नहीं है.
बीजेपी को है नमाज से दिक्कत
मौलाना तौकीर रजा ने कहा, "पांच मिनट की अजान से लोगों की नींद खराब होती है. अगर 10 मिनट की नमाज के लिए मस्जिद में जगह नहीं है, और किसी ने बाहर नमाज पढ़ ली तो इससे आपको दिक्कत है. पांच मिनट की अजान आपको तकलीफ पहुंचाती है, 10 मिनट की नमाज आपको तकलीफ पहुंचाती है, लेकिन पूरे महीने की कांवड़ यात्रा के लिए रास्ते बंद कर दिए जाते हैं, वह आपको तकलीफ नहीं पहुंचाती? यह न्याय है या अन्याय?"
तौकीर रजा ने क्या कहा?
उन्होंने कहा, "कांवड़ यात्रियों की सुविधा के लिए जो कुछ किया जाता है, वह किया जाना चाहिए. हमें उसमें कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन हमारे ऊपर जो पाबंदियां लगाई जाती हैं, उससे हमें दिक्कत है. हमें उससे ऐतराज है. आप पूरे महीने कांवड़ के नाम पर रास्ते बंद कर देते हैं. दस मिनट और एक महीने में कितना बड़ा अंतर है. आप हमारे 10 मिनट बर्दाश्त नहीं कर सकते और हम आपका एक महीना बर्दाश्त करें."
उन्होंने आगे कहा, "ताजिया हमेशा उधर से ही जाता है, जिधर से तय है. नये रूट से कभी नहीं जाता. नई परंपरा हम नहीं डालते, लेकिन आप लोग डालते हैं. आपका धर्म आपको जो इजाजत देता है, वह आप कीजिए "लेकिन हम पर पाबंदियां लगाना अन्याय है."
विपक्ष पर भी बोला हमला
मौलाना तौकीर ने लोकसभा इलेक्शन में मुसलमानों के रुख पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, "इस इलेक्शन ने बता दिया कि उत्तर प्रदेश का ही नहीं, बल्कि पूरे देश का मुसलमान किसके साथ है. देश का मुसलमान देश के साथ है. वह किसी एक पार्टी के साथ नहीं है." इसके साथ ही उन्होंने इल्जाम लगाया कि बीजेपी देश को नुकसान पहुंचाने का काम कर रही है, इसलिए सेक्युलरिज्म पर भरोसा रखने वाले तमाम हिंदुओं ने और मुसलमानों ने एक साथ देश के लिए वोट किया. नतीजतन, आज विपक्ष बहुत मजबूत हुआ है. इसके बावजूद विपक्ष की भूमिका जिस तरह से निभाई जानी चाहिए, विपक्ष वह अभी भी नहीं निभा पा रहा है."