Jamia New Vice Chancellor: जामिया मिलिया इस्लामिया के नए कुलपति की नियुक्ति कर दी गई है. मज़हर आसिफ को जामिया का कुलपति बने हैं. वे फिलहाल जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के पद पर नियुक्त थे. पूर्व वाइस चांसलर नजमा अख्तर के जाने के बाद पिछले एक साल से यह पद खाली था, जिस पर फिलहाल प्रोफेसर शकील अहमद को कार्यवाहक कुलपति नियुक्त किया गया था. डेढ़ साल के बाद मजहर आसिफ को जामिया इस्लामिया का कार्यवाहक कुलपति नियुक्त किया गया.


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कौन हैं मज़हर आसिफ
प्रोफेसर मज़हर फ़ारसी और मध्य एशियाई अध्ययन केंद्र में प्रोफेसर हैं. JNU की वेबसाइट पर उपलब्ध उनके पोर्टफोलियो के मुताबिक, वे राष्ट्रीय शैक्षिक नीति के लिए मसौदा समिति के सदस्य हैं और शिक्षा के लिए राष्ट्रीय निगरानी समिति के सदस्य भी हैं. वे NAAC सहकर्मी टीम के सदस्य भी रहे हैं.


लग चुका है दामन पर दाग
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के प्रोफेसर मजहर आसिफ पर अनुसूचित जनजाति (एसटी) समुदाय की महिला कर्मचारी रीना के साथ क्रूर जातिगत भेदभाव और उत्पीड़न का आरोप लगाया गया है. जामिया के नए वीसी पर महिला कर्मचारी रीना ने कई गंभीर आरोप लगाए थे. जिसके बाद इस मामले की दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई हुई थी.


वाइस चांसरल
गौरतलब है कि जामिया मिल्लिया इस्लामिया के वाइस चांसलर के नामों को शॉर्टलिस्ट करने के लिए गठित सर्च कमेटी ने 31 जनवरी को अपनी पहली बैठक की. 15 फरवरी को एक और बैठक हुई जिसमें मज़हर आसिफ को शॉर्टलिस्ट किया गया था.


कैसे होती है वाइस चांसलर की नियुक्ति
University Grants Commission मुताबिक, किसी विश्वविद्यालय के कुलपति की नियुक्ति, सामान्य तौर पर, विजिटर/कुलाधिपति द्वारा विधिवत गठित सर्च कम सेलेक्शन कमेटी द्वारा अनुशंसित तीन से पांच नामों के पैनल में से की जाती है. दिए गए पैनल से असंतुष्ट होने की स्थिति में विजिटर को नए नामों के सेट की मांग करने का अधिकार है.