Muharram: मुहर्रम को लेकर लखनऊ पुलिस की सख्त चेतवानी, अगर करेंगे ये काम तो हो जाएगी जेल!
Muharram: इस्लामिक कैलेंडर का पहला महीना शुरू हो चुका है. मुहर्रम के 10वीं तारीख को रो-ए-अशुरा मनाया जाता है. इस दिन इमाम हुसैन कर्बला के मैदान में शहीद हुए थे. मुहर्रम को लेकर लखनऊ पुलिस ने पुरी तौयारी कर ली है. रोज-ए-अशुरा के दिन अगर ये काम करेंगे तो जेल जाने की नौबत आ सकती है.
Muharram: गरूवार को इस्लामिक कैलेंडर का पहला महीना मुहर्रम शुरू हो चुका है. इस महीने में रोज-ए-अशुरा काफी खास है. मुहर्रम के 10वीं तारिख को रोज-ए-अशुरा मनाया जाता है. इसी दिन यजीद के खिलाफ कर्बला के मैदान के इमाम हुसैन शहीद हो गए थे. इस दिन इमाम हुसैन के शहादत की याद में मातम मनाया जाता है. मुस्लिम समाज के लोग ताजिया निकालकर इमाम हुसैन की कुर्बानी को याद करते है. इसी को ध्यान में रखते हुए लखनऊ पुलिस ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ, भ्रामक, धार्मिक या सांप्रदायिक संदेश भेजने के वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की चेतावानी दी है.
संयुक्त पुलिस आयुक्त (JCP) उपेंद्र कुमार अग्रवाल ने कहा, "वाट्सएप ग्रुप ए़डमिन और सदस्यों को ऐसे संदोशों की तुरंत रिपोर्ट करनी चाहिए. दूसरे राज्यों से आने वाली संदेश की भी सुचना लखनऊ पुलिस को दी जाए. संदेश प्रसारित करने वाले व्यक्ति के विरूद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. यदि किसी भी धर्म या समुदाय का कोई भी व्यक्ति ट्विटर, व्हाट्सएप, फेसबुक या किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आपत्तिजनक सामग्री (जैसे लेख, फोटो, वीडियो आदि) पोस्ट या फॉरवर्ड करता है तो ग्रुप एडमिन का यह कर्तव्य है कि वह तुरंत इसे हटा दे."
आगे उन्होंने कहा, "जिस व्यक्ति ने ग्रुप से ऐसी आपत्तिजनक पोस्ट की है. उसे तुरंत पुलिस को सूचित करें. अन्यथा ग्रुप एडमिन के खिलाफ भी आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी."
इस बीच प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने के लिए कि राज्य की राजधानी में मोहर्रम शांतिपूर्ण ढंग से मनाया जाए. बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया है. पुलिस मुख्यालय ने सभी रैंकों के लगभग 4,000 कर्मियों को लखनऊ जिले में भेजा है. जिनमें 6 डीसीपी, 18 एडीसीपी, 53 एसीपी, 132 कांस्टेबल और पीएसी की 11 कंपनियां शामिल हैं. जानकारी के लिए बता दें कि 116 हॉटस्पॉट की भी पहचान की गई है.
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