बाइक टक्कर के बाद इकबाल का पीट-पीट कर कत्ल, इलाके में तनाव, 12 लोग हिरासत में
राजस्थान के जयपुर में दो बाइक की टक्कर के बाद वहां खड़े एक मुस्लिम शख्स को पीट-पीट कर मार डाला गया. पुलिस ने मामले से जुड़े 12 लोगों को हिरासत में लिया है.
राजस्थान की राजधानी जयपुर के रामगंज और आसपास के इलाकों में शनिवार को तब सांप्रदायिक तनाव पैदा हो गया जब दो मोटरसाइकिल के बीच टक्कर के बाद कुछ लोगों द्वारा कथित तौर पर पिटायी की वजह से अब्दुल मजीज के बेटे इकबाल की मौत हो गई. इकबाल के पैर और सिर में चोटें आईं और उसकी मौत हो गई. पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस ने शनिवार को बताया कि इलाके में अतिरिक्त बल तैनात करके हालात को काबू कर लिया गया है.
12 लोग हिरासत में लिए गए
शनिवार देर रात हुई इस घटना के सिलसिले में लगभग 12 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है. शहर के पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसेफ ने कहा कि यह हत्या 'रोडरेज' की वजह से हुई गलतफहमी का नतीजा थी. उन्होंने कहा कि शनिवार देर रात सुभाष चौक पर दो बाइक टकरा गईं जिसके बाद वहां मौजूद कुछ लोगों ने गलतफहमी में उन दो लोगों की पिटाई कर दी, जो वहां माजरा देखने के लिए रुके थे.
दो लोगों में एक की मौत
उन्होंने मीडिया से कहा, "सुभाष चौक इलाके में दो बाइक की टक्कर के बाद 'रोडरेज' का मामला पेश आया, जिसमें माजरा देख रहे दो लोगों की वहां जमा कुछ लोगों ने पिटाई कर दी." उन्होंने कहा, ‘‘दो लोगों में से एक की मौत हो गई. एक FIR दर्ज की गई है जिसके बाद हमने मामले में शामिल कई लोगों को हिरासत में लिया है. हालात सामान्य हैं और जल्द ही पूरी तरह शांति बहाल हो जाएगी.''
हालात काबू में हैं
पुलिस के एक दूसरे अफसर ने बताया कि मुल्जिम बहुसंख्यक समुदाय से हैं और सुभाष चौक इलाके में रहते हैं, जबकि मृतक रामगंज इलाके का रहने वाला था. पुलिस ने बताया कि दोनों इलाके जयपुर के परकोटे वाले इलाके के हैं. राजस्थान के पुलिस महानिदेशक (DGP) उमेश मिश्रा ने कहा कि इलाके में हालात काबू में हैं और पर्याप्त संख्या में विशेष कार्य बल (STF) सहित बल तैनात है.
कार्रवाई की मांग कर रहे परिवार वाले
उन्होंने कहा, "मामले में लिप्त लोगों के खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्रवाई होगी." DGP ने कहा कि घटनास्थल पर सीनियर अफसरों की तैनाती के अलावा ड्रोन से भी इलाके की निगरानी की जा रही है. पुलिस ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम शहर के सवाई मान सिंह सरकारी अस्पताल में कराया गया है. इस मामले के बाद मुस्लिम बहुल इलाकों में कई दुकानें बंद हो गईं और मृतक के परिवार के सदस्य और स्थानीय लोग दूसरे पक्ष के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने के लिए वहां जमा हो गए. हालांकि पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपियों का पकड़ लिया और इलाके में बल की त्वरित तैनाती के बाद स्थिति को बिगड़ने नहीं दिया गया.