राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने हल्द्वानी हिंसा के लिए प्रशासन को बताया जिम्मेदार
National Commission For Minorities: हल्द्वानी हिंसा मामले पर जी मीडिया ने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा से खास बात की. इस दौरान उन्होंने हल्द्वानी मामले पर कहा कि, मैंने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि इसके पीछे कहीं ना कहीं प्रशासन की कमियां रही हैं.
Iqbal Singh On Haldwani Violence: हल्द्वानी हिंसा मामले पर जी मीडिया ने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा से खास बात की. इस दौरान उन्होंने हल्द्वानी मामले पर कहा कि, मैंने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि इसके पीछे कहीं ना कहीं प्रशासन की कमियां रही हैं, जिसकी वजह से कई लोगों की जान गई और काफी नुकसान हुआ. इकबाल सिंह लालपुरा ने कहा कि, हल्द्वानी और महरौली दोनों जगह पर किसी तरीके का क्रिमिनल एंगल नहीं है. किसी हिंदू या मुसलमान की लड़ाई नहीं है. सरकार की जमीन पर अतिक्रमण को लेकर प्रशासन और स्थानीय लोगों के बीच यह मामला सामने आया.
इकबाल सिंह लालपुरा ने दो दिन पहले हल्द्वानी का दौरा किया था. उन्होंने टूटे निर्माण स्थल और हिंसा की घटना के बारे में तफ्सील से जानकारी हासिल की.इस दौरान सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, एपी वाजपेयी, एसडीएम पारितोष वर्मा और एसपी क्राइम हरबंस सिंह ने उन्हें घटना के बारे में वाकिफ कराया. हल्द्वानी में 8 फरवरी को हुई हिंसा पर लगातार एक्शन का सिलसिला जारी है. हल्द्वानी सिविल कोर्ट ने बनभूलपुरा में हुई हिंसा के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक और उसके बेटे समेत नौ मुल्जिमीन की जायदाद जब्त करने का हुक्म जारी किया है. तहसील से अब्दुल मलिक को 2.68 करोड़ की वसूली का नोटिस जारी हो चुका है.
वहीं , दूसरी तरफ महरौली में 700 साल पुरानी मस्जिद को तोड़े जाने पर इकबाल सिंह लालपुरा ने कहा कि, इस पर मैं सरकार से बात जरूर करूंगा. 700 साल पुरानी मस्जिद अतिक्रमण कैसे हो सकती है. हम इस पर अपनी रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं. बता दें कि, दिल्ली के महरौली इलाके में 700 साल पुरानी अखुजी मस्जिद को जमींदोज़ कर दिया गया है. साथ ही मदरसे पर भी बुलडोज़र कार्रवाई की गई है. DDA और फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने मिलकर ये कार्रवाई की है. 30 जनवरी की सुबह महरौली इलाके में दिल्ली पुलिस की मौजूदगी में मजहबी मकाम को दिल्ली विकास प्राधिकरण द्वारा तोड़ा गया. जिसके बाद काफी तनाजा हुआ.