Nazir Hasan Ansari: इसराइल में भारत के राजदूत संजीव सिंगला ने आज यानी 28 मई को येरुशलम में भारतीय धर्मशाला के निदेशक ट्रस्टी शेख मुहम्मद मुनीर नजीर हसन अंसारी के निधन पर शोक व्यक्त किया है.


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येरुशलम में हुआ था जन्म
96 साल के शेख अंसारी का जन्म 1928 में येरुशलम में हुआ था और उनका परिवार भारतीय धर्मशाला की देखभाल कर रहा है, जो एक ऐतिहासिक स्मारक है, जहां कहा जाता है कि पंजाब के 12वीं सदी के प्रसिद्ध सूफी संत बाबा फरीद ने 40 दिनों तक एकांत में प्रार्थना की थी.  शेख मुहम्मद मुनीर नजीर का निधन 24 मई को हो गया था. 


भारतीय राजदूत ने जताया शोक
इसराइल में भारत के दूतावास ने कुछ फोटो के साथ सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट में लिखा, "राजदूत संजीव सिंगला ने इंडियन हॉस्पिस के निदेशक और ट्रस्टी शेख मुहम्मद मुनीर नजीर हसन अंसारी के आज येरुशलम में निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की."


भारत ने प्रवासी दिवस से किया था सम्मानित
भारत सरकार ने 2011 में शेख अंसारी को प्रवासी दिवस सम्मान से सम्मानित किया था, जो प्रवासी भारतीयों को दी जाने वाली सर्वोच्च मान्यता है. उनके पिता, शेख नज़ीर हसन अंसारी, 1924 में भारतीय धर्मशाला के पहले कार्यवाहक बने और परिवार अब सौ सालों से इसकी देखभाल कर रहा है.


गौरतलब है कि गाजा में इसराइली फौज और हमास के बीच भीषण जंग जारी है. इस जंग में अब तक 36 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 79 हजार से ज्यादा जख्मी हुए हैं. इस बीच WHO ने दावा किया है कि गाजा में जारी हिंसा की वजह से गाजा में मानवीय संकट पैदा हो गया है. लोग भूख से मर रहे हैं. इस बीच इसराइली फौज ने गाजा के राफा शहर में कहर बरपा रही है. जिसमें 46 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 100 से ज्यादा जख्मी हुए हैं.