Nuh Violence: चेतावनी के बावजूद पलवल हिंदू महापंचायत में दिए गए नफरती भाषण, पढ़ें
हरियाणा में पुलिस के मना करने के बावजूद नफरती भाषण दिया गया है. यह भी कहा गया है कि नूह में 28 अगस्त को दोबारा यात्रा निकाली जाएगी.
हरियाणा के पलवल इलाके में रविवार को हिंदू महापंचायत आयोजित की गई. इस पंचायत में वक्ताओं ने पुलिस की चेतावनी के बादवजूद राज्य में तैनात पुलिस वालों को खुली धमकियां दी है. इससे पहले पुलिस ने कहा था कि महापंचायत में जो भी नफरती भाषण देगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
NDTV की एक रिपोर्ट के मुताबिक एक वक्ता को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि "अगर आप उंगली उठाएंगे, हम आपका हाथ काट देंगे." जबकि दूसरे राइफल के लाइसेंस मांगे हैं. रिपोर्ट में आगे लिखा है कि महापंचायत के आर्गनाइजर ने कहा कि वक्ताओं को बताया गया था कि वह नफरती भाषण न दें, लेकिन कुछ वक्ताओं ने इसे इग्नोर कर दिया.
हरियाणा के नूह में हुई हिंसा में 6 लोगों के मारे जाने के बाद पलवल के पोंदीर गांव में महापंचायत आयोजित की गई है. सबसे पहले इस पंचायत को नूह में आयोजित करने के लिए इजाजत मांगी गई थी. लेकिन सुरक्षा कारणों से इसकी इजाजत नहीं दी गई. ये महापंचायत 'सर्व हिंदू समाज' के बैनर तले आयोजित की गई. इसमें विश्व हिंदू परिषद के साथ कई संगठनों ने हिस्सा लिया.
नूंह में हुई साम्प्रदायिक हिंसा में एक मौलाना समेत 2 होम गार्ड की मौत हो गई है. यह हिंसा विश्व हिंदू परिशद की रैली के दौरान हुई थी. इसके VHP के लीडर देवेंद्र सिंह ने कहा है कि 28 अगस्त को यह यात्रा नूह में दोबारा की जाएगी.
महापंचायत ने 31 जुलाई की हिंसा की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) से कराने और सांप्रदायिक झड़पों में मारे गए "अपने लोगों" के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये मुआवजा देने की मांग की. उन्होंने प्रत्येक घायल व्यक्ति के लिए 50 लाख रुपये और दंगों के दौरान हुए नुकसान की भरपाई आरोपियों से करने की मांग की.
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