Badaun News: मुल्कभर में मंदिर-मस्जिद के नाम पर नफरत के बीज बोए जा रहे हैं. इसका असर जमीन पर भी दिखाई देने लगा है. उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में मंदिर-मस्जिद की सियासत उरूज पर है. यूपी में कुछ ज्यादा ही मंदिर-मस्जिद की सियासत हो रही है. जहां,बदायूं ज़िले की कोतवाली बिसौली इलाक़े के ग्राम नागपुर में सलीम के एक ख़ाली घर में नमाज़ अदा करने पर हिंदू समाज ने मुख़ालिफ़त कर दी.


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वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. जिसमें मुस्लिम समाज के लोग नमाज़ अदा करने देने की गुहार लगा रहे हैं, तो वहीं हिंदू फ़रीक़ पुलिस से इजाज़त लेने की दलील दे रहे हैं. फ़िलहाल इस इलाक़े के तसीलदार और सीओ ने नमाज़ अदा करने से मना कर दिया है. 


नफरत की आग में चल रहा है बदायूं
इस मामले को लेकर गांव के प्रधान दया राम ने बताया कि कुछ महीने पहले गांव में खाली पड़े एक घर में मदरसा बना दिया गया. फिर यहां बच्चे पढ़ने आने लगे, अब यहां नमाज अदा की जा रही है. इतना ही नहीं गांव के प्रधान ने कहा कि हमारे मंदिर 50-50 सालों से बंद हैं और हमें वहां पूजा करने की इजाजत नहीं है, तो हम उन्हें नमाज कैसे पढ़ने दें? प्रधान के इस बयान से साफ जाहिर होता है कि गांव-गांव में नफरत इस कदर बढ़ गई है कि लोग एक-दूसरे को देखना नहीं चाहते हैं और दूसरे के मजहब फॉलो करने से रोक रहे हैं.


क्या है पूरा मामला
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बदायूं जिले के नागपुर गांव में मुसलमानों के लिए एक भी मस्जिद नहीं है. यहां एक घर खाली पड़ा था. कुछ दिन पहले इसमें मदरसा बनवाया गया. इसके बाद बच्चे वहां पढ़ने लगे और इसके बाद लोग यहां नमाज अदा करने लगे. धीरे-धीरे कई लोग यहां नमाज अदा करने आने लगे. इसके बाद स्थानीय लोगों ने नमाज अदा करने पर आपत्ति जताई.