Sanjauli Mosque Controversy: हिमाचल प्रदेश के शिमला में संजौली मस्जिद को लेकर राज्य में बवाल जारी है. इस बीच बढ़ते तनाव के चलते मस्जिद कमेटी ने आज यानी 12 सितंबर को नगर निगम कमिश्नर से मुलाकात की है और मस्जिद के अवैध हिस्से को सील करने की गुहार भी लगाई है. इसके साथ ही मस्जिद कमेटी ने अवैध हिस्से को गिराने की पेशकश भी की है. कमेटी में मस्जिद के इमाम और वक्फ बोर्ड तथा मस्जिद प्रबंधन समिति के सदस्य शामिल हैं.


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मस्जिद कमेटी ने की ये गुजारिश
समिति के एक प्रतिनिधिमंडल ने नगर आयुक्त भूपेंद्र अत्री को एक ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन में कहा कि इलाके में रहने वाले मुसलमान हिमाचल प्रदेश के स्थायी निवासी हैं और समिति सद्भाव व भाईचारे को बनाए रखने के लिए यह कदम उठा रही है. कल्याण समिति के सदस्य मुफ्ती मोहम्मद शफी कासमी ने कहा, “हमने संजौली में स्थित मस्जिद के अवैध हिस्से को गिराने के लिए शिमला नगर आयुक्त से इजाजत मांगी है.” 


मस्जिद के इमाम ने क्या कहा?
संजौली मस्जिद के इमाम ने कहा, “हम पर कोई दबाव नहीं है, हम दशकों से यहां रह रहे हैं और यह फैसला एक हिमाचली के तौर पर लिया गया है. हम शांति से रहना चाहते हैं और भाईचारा कायम रहना चाहिए.” अत्री ने ज्ञापन मिलने की तस्दीक की है. 


हिंदू संगठन ने मस्जिद कमेटी की मांग का किया स्वागत
वहीं, मस्जिद में अनधिकृत निर्माण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का आह्वान करने वाले देव भूमि संघर्ष समिति के सदस्यों ने इस कदम का स्वागत किया है. समिति के सदस्य विजय शर्मा ने कहा, “हम मुस्लिम समुदाय के कदम का स्वागत करते हैं और व्यापक हित में यह पहल करने के लिए हम सबसे पहले उनका अभिवादन करेंगे.” 


क्या है पूरा मामला
मस्जिद में विवादित ढांचे को गिराने और राज्य में आने वाले बाहरी लोगों के पंजीकरण की मांग कर रहे हिंदू संगठनों ने बुधवार को संजौली बंद का आह्वान किया था. मस्जिद में कुछ मंजिलों के अनधिकृत या अवैध निर्माण के मामले की सुनवाई नगर निगम की अदालत में हो रही है. पिछले बृहस्पतिवार को हिंदू समूहों ने अपनी मांगों को लेकर विधानसभा और संजौली के आसपास के चौरा मैदान में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया था.