Uttar Pradesh News: ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने महाकुंभ के ताल्लुक से अखाड़ा परिषद के उस प्रस्ताव की आलोचना की है, जिसमें महाकुंभ मेले में किसी भी मुसलमान के व्यापार करने पर रोक लगाई गई है. उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि कुंभ का माहौल शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो. 


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चिंता में डालने वाला है फैसला
शहाबुद्दीन रज़वी ने कहा, "अखाड़ा परिषद का फैसला हिंदुस्तान के करोड़ों लोगों को गहरी चिंता में डालने वाला है. यह एक ऐसा कदम है, जो न केवल धार्मिक सहिष्णुता को कमजोर करता है, बल्कि समाज में बटवारे की वजह भी बन सकता है. किसी भी मुसलमान को कुंभ मेले में भाग लेने या व्यापार करने की इजाजत न देना, सामाजिक एकता के लिए एक गंभीर खतरा है. कुंभ के मेले में किसी भी मुसलमान को दुकान लगाने की इजाजत नहीं दी गई है."


सामाजिक सद्भाव के खिलाफ है फैसला
उन्होंने कहा, "यह फैसला उन मूल्यों के खिलाफ है, जो हमारे देश की नींव हैं, जैसे कि धर्मनिरपेक्षता और सामाजिक सद्भाव. जब हम एक समाज के तौर पर एक-दूसरे के साथ मिलकर रहना चाहते हैं, तब इस तरह के फैसले निश्चित रूप से समाज को तोड़ने की दिशा में कदम बढ़ाते हैं. अगर समाज में विभाजन पैदा हुआ, तो इसका प्रभाव देश की एकता और विकास पर भी पड़ेगा."


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हिंदू-मुस्लिम मिलकर करें काम
उन्होंने कहा, "उत्तर प्रदेश की सरकार को चाहिए कि वह अखाड़ा परिषद के इस प्रकार के फैसलों पर नियंत्रण रखे और समाज में सद्भाव बनाए रखने के लिए ऐसे फैसलों को वापस ले. समाज का हर वर्ग, चाहे वह किसी भी धर्म या जाति से हो, एक साथ मिलकर रहने का हकदार है. अगर हम सब मिलकर काम नहीं करेंगे, तो हम अपने देश को गंभीर संकट में डाल सकते हैं."


कब है महाकुंभ
बता दें कि महाकुंभ 2025 का आयोजन 13 जनवरी प्रयागराज में शुरू होगा, जो कि 26 फरवरी तक चलेगा. इसमें देश भर से लाखों श्रद्धालु हिस्सा लेंगे. महाकुंभ का आयोजन 12 साल के अंतराल में किया जाता है. महाकुंभ के आयोजन को लेकर अभी से ही तैयारियों का सिलसिला शुरू हो चुका है.