Firing In Assam Buldozer Action: असम के गुवाहाटी के बाहरी इलाका सोनपुर के कोसूटोली में आज प्रशासन के बुलडोज़र कार्रवाई का विरोध कर रहे लोगों पर पुलिस ने अंधाधुन्द गोलिया बरसाकर दो लोगों की जान ले ली. पुलिस के इस बर्बरतापूर्ण फायरिंग में लगभग दर्ज़न भर लोग घायल भी हुए हैं. हादसे के बाद इलाके में काफी रोष है. सरकार ने किसी अनहोनी घटना के निपटने के लिए इलाके में भारी तादाद में पुलिस बल तैनात कर दिया है. 


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जानकारी के मुताबिक यहाँ कुछ दिन पहले से ही बुलडोजर कार्रवाई चल रही थी. वहां पर रह रहे लोगों के घर तोरे जा रहे हैं.  इस दौरान गुरुवार को जब घर तोड़ने के लिए बुलडोजर लेकर प्रशासन के लोग पहुंचे तो, वहां के स्थानीय लोग हाथ में लाठी लेकर विरोध करने निकल गए. अपने घर को बचाने के लिए वो बुलडोज़र के सामने खड़े हो गए. इस दौरान पुलिस ने फायरिंग कर दी, जिसमे दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और अन्य 12 लोग घायल हो गए. फायरिंग के बाद लोग डर से वहां से भाग गए और चीख- पुकार मच गई. मरने वालों में हैदर अली और जुवाहिद अली नाक के दो लोग शामिल है. घायलों को लोकल अस्पतालों में भर्ती किया गया है. इलाके में दहशत का माहौल है. 


ये कोई पहली बार नहीं है, जब असम में लोगों के घर तोड़े गए हों. वहां भाजपा की सरकार बनने के बाद से लगातार मुसलमानों के घर, दुकान, मस्जिद और मदरसों को निशाना बनाकर उसे गिराया जा रहा है. इस मामले में गुवाहाटी हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट असम के हिमंत बिसवा सरकार को फटकार भी लगा चुकी है. एक मामले में गुवहाटी हाई कोर्ट तो एक आरोपी का घर तोड़े जाने के बाद सरकार को उसे मुआवजा तक देने का आदेश दे चुका है. इसके बावजूद सरकर कोर्ट के आदेश को नज़र अंदाज़ का मुसलमानों के घरों को निशाना बना रही हैं.. भाजपा शासित असम, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भी किसी मामले में मुसलमानों के आरोपी बनते ही सरकारें उनका घर गिरा दे रही है. 


ये पहली बार है, जब बुलडोज़र कार्रवाई के दौरान पुलिस ने गोली चलाई हो और उसमे दो लोगों की मौत हो गई हो. इस हादसे के बाद मुस्लिम स्टूडेंट यूनियन ऑफ असम के तरफ से प्रतिक्रिया आई है. आशिक रब्बानी मुस्लिम स्टूडेंट यूनियन ऑफ़ आसाम के प्रमुख ने इस घटना की निंदा की है. 
                                            
इनपुट: गुवाहाटी से शरीफ उद्दीन अहमद