UP News: उत्तर प्रदेश के लखनऊ में सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने के मामले में पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. पोस्ट में कथित तौर पर सुन्नी और शिया समुदाय के बीच नफरत फैलान के आरोप में ये मामला दर्ज हुआ है. 


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 पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए कहा,  "सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी पोस्ट कर कथित तौर पर सुन्नी और शिया संप्रदाय के बीच नफरत फैलाने के आरोप में चार लोगों पर मामला दर्ज किया गया है. चार लोगों के खिलाफ आईपीसी और आईटी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत चौक पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की गई है."


इस मामले में पुराने शहर के पाटानाला इलाके के पास गश्त ड्यूटी पर तैनात सब-इंस्पेक्टर देवेंद्र सिंह ने शिकायत दर्ज कराई थी.


पुलिस अफसर ने एफआईआर में कहा, "मैंने एक सुन्नी मौलवी जिसका नाम अलीम फारूकी है उसको अपने फेसबुक इनबॉक्स में आए एक मेसेज के बारे में कुछ लोगों से बात करते हुए देखा. वह शिया मौलवियों की एक पोस्ट के बारे में बात कर रहा था.  जिसका नाम फिरोज हैदर, सुजा रिजवी और मजाहिर हुसैन और अब्बास जुहैर है, ये सभी लोग सुन्नी के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट किए थे. पुलिस ने उनके खिलाफ माामला दर्ज कर लिया है".


सब-इंस्पेक्टर देवेंद्र सिंह ने बताया कि मौलवी के फ्रेंड लिस्ट में मौजूद सुन्नी फ्रेंड ने सोशल मीडिया की पोस्ट पर ऐतराज जताया. जिसके बाद पुलिस हरकत में आकर मामले की तहकीकात में जुट गई है.  


सोशल मीडिया पर पुलिस की कड़ी नज़र
अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर सोशल मीडिया पर कुछ भी पोस्ट करना भारी पड़ सकता है. आपकी एक छोटी सी गलती आपको मुश्किल में डाल सकती है. तो ऐसे में आपस सरकार द्वारा तय मॅाडल के ही तहत पोस्ट करें, अगर आप इसके खिलाफ जाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हैं तो आप जेल भी जा सकते हैं. इसको लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस सोशल मीडिया पर हमेशा नजर बनाए रखती है. राज्य की पुलिस ऐसे मामलों में कई केस दर्ज कर चुकी है.