Owaisi on New Building: नए संसद भवन में संसद का पांच दिन का खास सत्र आज से शुरू हो गया. इसमें कई मुद्दों पर बातचीत हुई. आज ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन के नेता ने बयान दिया. उन्होंने कहा "संसद भवन ने 75 साल का सफर तय किया है. यह देश का दिल है, जो जनता के दर्द को महसूस करता है." ओवैसी ने सिख दंगो, बाबरी मस्जिद, भागलपुर हिंसा और मुजफ्फरनगर नरसंहार का जिक्र किया. इन सबका जिक्र करते हुए उन्होंने संसद की नाकामी गिनाई. उन्होंने कहा कि "जब तक हम कानून के शासन और संविधान का पूरी तरह से पालन नहीं करते, नई इमारत हिटलर का राइज टैग बन जाएगी."


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ओवैसी ने कहा, "आज गरीबों, पीड़ितों, दलितों, आदिवासियों और मुसलमानों के बीच संसद से प्यार और यकीन कम हो गया है, इसलिए लोग सड़क पर उतर रहे हैं, क्योंकि अब लोगों को लगता है संसद अब देश का दिल नहीं रहा, बल्कि एक इमारत बन कर रह गई है." उन्होंने आगे कहा कि "चाहे किसान आंदोलन हो, नागरिक संशोधन कानून (CAA) को लेकर हुआ विरोध प्रदर्शन हो या OBC के रिजर्वेशन का विरोध प्रदर्शन हो लोग सड़कों पर उतर रहे हैं. अगर हम संसद को दिल की तरह नहीं रखेंगे तो इससे संसदीय लोकतंत्र को काफी नुकसान होगा."


AIMIM सांसद ने कहा, "हम सभी को अपनी जिम्मेदारियों को निभाना होगा. यह बिल्डिंग भले ही ईंटों से बनी हुई है. मगर यह इस इमारत में दिल है और हमें इसे दिल की तरह की रखना होगा." औवैसी ने कहा कि "देश में कुल 14 फीसद मुसलमान हैं, लेकिन संसद में उनकी कयादत महज 4.8 फीसदी है."


ओवैसी के मुताबिक "अंग्रेज टैक्स बढ़ाने के लिए संसद को बुलाते थे. आज हम उसी रास्ते पर जा रहे हैं. आपने उन्हें सही साबित कर दिया." उन्होंने दावा किया कि "आज जिसके पास एक धर्म के लोगों का वोट और पैसे हैं, वही संसद में जीतकर आ रहा है. इससे लोकतंत्र कमजोर हो जाएगा."