Uttar Pradesh News: मुसलामानों के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देकर हमेशा चर्चाओं में बने रहने वाले यति नरसिहानंद सरस्वती के खिलाफ में देशभर के मुस्लिम समुदाय के लोगों में आक्रोश है. उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में उनके द्वारा पैगंबर मोहम्मद (स) के ऊपर दिए गए विवादित बयान के खिलाफ मुस्लिम समुदाय के लोग सड़कों पर ऊतर गए हैं और उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. इसे लेकर शनिवार को उत्तर प्रदेश के कई जिलों में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पैगंबर मोहम्मद (स) के पर अभद्र टिप्पणी करने के मामले में नरसिहानंद सरस्वती के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए जिले के एसपी और डीएम को ज्ञांपन सौंपा.


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इसी क्रम में लखनऊ में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बड़ी तादाद में एसपी दफ्तर पहुंचकर कर ज्ञापन दिया और रामगिरी महाराज और नरसिहानंद के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए कानूनी कार्रवाई की मांग की.  मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि किसी भी मजहब के खिलाफ इस तरह की टिप्पणी करने वालों के खिलाफ तुरंत की कार्रवाई की जानी चाहिए थी, लेकिन अभी तक इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है. जबकि इस तरह की टिप्पणी से मुल्क का माहौल खराब हो रहा है. वहीं, सीओ स्वर्णिमा सिंह ने कहा की पैगंबर मोहम्मद (स) पर आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ ज्ञापन मिला है. इस की जांच कराई जाएगी, जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.


संभल में राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन
संभल जिले में भी हजरत पैगंबर मोहम्मद (स) पर आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर मुस्लिम समुदाय में भारी आक्रोश है. मदरसा अजमल उलूम के मुस्लिम धर्मगुरुओं ने कहा कि आपत्तिजनक टिप्पणी के पीछे विदेशी ताकतों का हाथ है. ये ताकतें इस तरह की विवादित बयानों की साजिश से भारत की एकता और अखंडता को नुकसान पहुंचाना चाहती हैं. इस दौरान मुस्लिम धर्मगुरुओं ने इकट्ठा होकर महंत यति नरसिहानंद की गिरफ्तारी की मांग की लेकर राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन एसडीएम को सौंपा. 



गाजियाबाद पुलिस ने दिया ये आश्वान
इसके अलावा गाजियाबाद जिले में भी मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नरसिंहानंद के खिलाफ फौरन कार्रवाई की मांग की है. इस दौरान लोगों ने कहा कि यति नरसिंहानंद सरस्वती की जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित प्रशासन को करनी चाहिए थी लेकिन अभी उनके खिलाफ अभी तक किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं हुई है. हालांकि पुलिस प्रशासन ने धर्मगुरुओं और वहां मौजूद लोगों से बातचीत करते हुए उन्हें यकीन दिलाया है कि वह जल्द से जल्द यति नरसिंहानंद के खिलाफ कार्रवाई करेंगे.