Pakistan News: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा राज्य के उत्तरी वजीरिस्तान जिले में आतंकवादी हमले में कम से कम 11 मजदूरों की मौत हो गई और दो लोग बुरी तरह जख्मी हो गए. लोकल मीडिया की खबरों में रविवार को यह जानकारी दी गई. ‘जियो न्यूज’ ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि आतंकियों ने शनिवार को शावाल तहसील के गुल मीर कोट के पास 16 मजदूरों को ले जा रही एक गाड़ी को विस्फोट करके उड़ा दिया.


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सरकारी इमारत में काम कर रहे थे मजदूर


रिपोर्ट में बताया गया कि एक सरकारी इमारत में काम करने वाले कम से कम 11 मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो गंभीर रूप से घायल हो गए और तीन लापता हैं. अधिकारियों ने बताया कि ये मजदूर माकिन और वाना तहसील से ताल्लुक रखते थे. घायलों को पास के अस्पताल में ले जाया गया है. उन्होंने बताया कि लापता मजदूरों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है. इससे पहले शनिवार को अपर साउथ वजीरिस्तान के माकिन तहसील में कुछ हथियारबंद लोगों ने बम निरोधक दस्ते की गाड़ी पर रॉकेट दागा था. जिसमें चार कर्मचारी शदीद जख्मी हो गए थे.


अफ्गानिस्तान में तालिबान


ख्याल रहे कि नब्बे के दशक में जब सोवियत संघ ने अफ्गानिस्तान से अपने सैनिकों को वापस बुलाया तभी से यहां पर तालिबान की पैदाइश हुई. खबरों के मुताबिक साल 1994 में तालिबान बना और उसने 1996 से 2001 तक अफ्गानिस्तान की सत्ता पर राज किया. साल 2021 में जब अमेरिका ने अफ्गानिस्तान से अपने सैनिकों को वापस बुलाने का ऐलान किया तब तालिबान ने अफ्गानिस्तान की सत्ता संभाली. 


पाकिस्तान में TTP


इसी तरह से पाकिस्तान में आतंकी गुट तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) पाकिस्तान में अपना आतंक फैलाए हुए है. अपनी मांगो को लेकर वह जगह-जगह हमले करता रहता है. पाकिस्तान को उम्मीद थी कि अफ्गानिस्तान में तालिबान की सत्ता आने के बाद अफ्गान तालिबान TTP पर कंट्रोल करेगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. बल्कि TTP और मजबूत हुआ है. TTP ने पहले ही कहा है कि उसका मकसद पाकिस्तान को शरिया कानून से चलाना है. इसलिए उसने पाकिस्तानी सेना के खिलाफ भी मोर्चा खोला है.