Houthis News: द हिल की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका ने लाल सागर में इंटरनेशनल सी बिजनेस पर हूति हमलों के खिलाफ एक इंटरनेशनल गठबंधन बनाने का ऐलान किया है. इसे ऑपरेशन प्रॉस्पेरिटी गार्जियन नाम दिया गया है, जिसमें बहरीन, कनाडा, फ्रांस, इटली, नीदरलैंड, नॉर्वे, सेशेल्स, स्पेन, यूके और यूएस की नौसेनाएं शामिल होंगी.


हूति विद्रोहियों के खिलाफ आएंगे देश


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि 'ऑपरेशन प्रॉस्पेरिटी गार्जियन' एक नई सुरक्षा पहल होगी, जिसमें कई देश शामिल होंगे; यूके, बहरीन, कनाडा, फ्रांस, इटली, नीदरलैंड, नॉर्वे, सेशेल्स और स्पेन. जब से इजराइल और फिलिस्तीन के बीच जंग शुरू हुई है, तबसे हूति विद्रोही लाल सागर में एक्टिव हैं.


हूति विद्रोहियों के खिलाफ क्यों एक्शन में देश?


हूति विद्रोही ग्रुप ने कई व्यापारिक जहाजों पर हमला किया है और उन रास्तों को न लेने पर मजबूर किया है. कमर्शियस शिप की हिफाजत के लिए अमेरिका और अन्य नौसैनिक बल पहले से ही लाल सागर इलाके में काम कर रहे हैं, लेकिन नए टास्क फोर्स बनने से  हिफाजत और कड़ी होने में मदद मिलेगी.


डिफेंस सेक्रेटरी ने क्या कहा?


रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने एक बयान में कहा,"ऑपरेशन प्रॉस्पेरिटी गार्जियन कई देशों को एक साथ ला रहा है, जिसमें यूनाइटेड किंगडम, बहरीन, कनाडा, फ्रांस, इटली, नीदरलैंड, नॉर्वे, सेशेल्स और स्पेन शामिल हैं, ताकि साउथ रेड सी और अदन की खाड़ी में सिक्योरिटी में आने वाले चैलेंजिस का संयुक्त रूप से समाधान किया जा सके." सोमवार को ऑस्टिन ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा था कि हूति विद्रोहियों ने जहाजों पर हमला करके इंटरनेशनल कानूनों का उल्लंघन किया है.


ऑस्टिन ने आगे कहा, "इसलिए हम इस खतरे से निपटने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय गठबंधन बना रहे हैं."...."यह सिर्फ एक अमेरिकी मुद्दा नहीं है- यह एक इंटरनेशन प्रोब्लम है. उन्होंने आगे कहा, वह लाल सागर को हमलों से मुक्त रखने की कोशिशों पर चर्चा करने के लिए विदेशी नेताओं के साथ एक बैठक भी बुलाएंगे.