Amit Shah on Bengal: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में दावा किया कि बांग्लादेश से अवैध प्रवास की वजह से हिंदुस्तान में अशांति पैदा हो रही है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पश्चिम बंगाल में परमानेंट शांति तभी मुमकिन होगी जब सीमा पार से घुसपैठ को रोका जाएगा.


अमित शाह का बड़ा बयान


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दरअसल, अमित शाह पश्चिम बंगाल में भारत-बांग्लादेश सीमा पर मौजूद पेट्रापोल लैंड पोर्ट पर एक नए यात्री टर्मिनल के उद्घाटन के लिए पहुंचे थे इसी दौरान उन्होंने यह बयान दिया. उन्होंने कहा,"बंगाल में शांति तभी हो सकती है जब यह घुसपैठ रुके."


अमित शाह का बड़ा वादा


शाह ने राजनीतिक संदेश देते हुए वादा किया कि अगर भाजपा 2026 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में सत्ता में आती है तो वह अवैध घुसपैठ पर लगाम लगाएगी. उन्होंने कहा, "मैं बंगाल के लोगों से कहना चाहता हूं कि 2026 में बदलाव करें और हम घुसपैठ रोक देंगे."


त्रिणमूल कांग्रेस की आलोचना


शाह ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार की आलोचना करते हुए उस पर केंद्रीय निधियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया. उन्होंने सवाल किया, "एनडीए के कार्यकाल के दौरान पिछले 10 सालों में पश्चिम बंगाल के लिए 56,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं. लेकिन क्या यह पैसा नरेगा के लाभार्थियों तक पहुंचता है या यह टीएमसी कार्यकर्ताओं के हाथों में चला जाता है?" उन्होंने आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार ने विकास को लोगों तक पहुंचने से रोक दिया है.


शाह के बयानों ने पश्चिम बंगाल में बहस छेड़ दी है, कुछ लोगों ने क्षेत्रीय सौहार्द पर भाजपा के प्रवासन विरोधी रुख के प्रभाव पर सवाल उठाए हैं. हालांकि, टीएमसी नेताओं ने सीधे तौर पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन भ्रष्टाचार के आरोप और 2026 में राजनीतिक बदलाव के लिए भाजपा के दबाव ने राज्य में पहले से ही गर्म राजनीतिक माहौल में और आग लगा दी है.