Bangladesh Flood: दक्षिण-पूर्वी बांग्लादेश में बाढ़ का कहर, अब तक 52 लोगों की मौत, लाखों लोग हुए बेघर
Bangladesh Flood: बांग्लादेश में आई विनाशकरी बाढ़ में अब तक 52 लोगों की मौ हो चुकी है, जिसमें से 21 लोगों ने आज यानी 29 अगस्त को जान गंवाई है. इस बाढ़ से पचाल लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं, जबकि देश के कई हिस्सों में लाखों लोग अब भी मुख्य संपर्क से कटे हुए हैं.
Bangladesh Flood: बांग्लादेश में बाढ़ का कहर जारी है. दक्षिण-पूर्वी बांग्लादेश के कई हिस्सों में आई भीषण बाढ़ से अब तक 52 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि बाढ़ में सैकड़ों घर जलमग्न हो गए और हजारों परिवार विस्थापित हो गए हैं. आपदा प्रबंधन और राहत मंत्रालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण-पूर्वी बांग्लादेश में कई हफ्तों से तबाही मचाने वाली विनाशकारी बाढ़ से मरने वालों की तादाद गुरुवार को 52 तक पहुंच गई. देश के कई हिस्सों में लाखों लोग अब भी मुख्य संपर्क से कटे हुए हैं.
फेनी जिले में हुई सबसे ज्यादा मौतें
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, बांग्लादेश में गुरुवार को बाढ़ से 21 और मौतें दर्ज की गईं, जिससे बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 52 हुई है. मरने वालों में से 14 कुमिला, 17 की फेनी, छह की चट्टोग्राम, तीन की कॉक्स बाजार, आठ की नोआखली में और एक-एक की मौत ब्राह्मणबारिया, लक्ष्मीपुर, खगराछारी और मौलवी बाजार शामिल हैं.
पांच लाख से ज्यादा लोगों ने राहत और बचाव केंद्रों में ली शरण
देश के 64 में से 11 जिलों में आई बाढ़ के पानी से 50 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं और जान-माल और खड़ी फसलों को भारी नुकसान हुआ है. रिपोर्ट में कहा गया है कि महिलाओं और बच्चों समेत पांच लाख से ज्यादा बाढ़ प्रभावित लोगों ने 3,403 राहत और बचाव केंद्रों में शरण ली है.
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मुहम्मद यूनुस ने किया ये आग्रह
मौसमी बारिश और भारत के बॉर्डर पर पहाड़ियों से अचानक पानी के आने से आई विनाशकारी बाढ़ की वजह से करीब एक दर्जन दक्षिण-पूर्वी और उत्तर-पूर्वी जिलों में 10 लाख से ज्यादा लोग फंसे हुए हैं. इससे पहले, बांग्लादेशी अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार डॉक्टर मुहम्मद यूनुस ने सभी संबंधित अफसरों से फंसे हुए लोगों को बचाने, इमर्जेंसी मेडिकल सर्विस देने और पीड़ितों को सहयोग देने के लिए अपनी कोशिश जारी रखने का आग्रह किया था.
वहीं, अफसरों ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने, राहत सामग्री बांटने और उन केंद्रों की निगरानी करने के लिए आपदा बलों की टीमें भेजी हैं, जहां बाढ़ प्रभावित लोगों ने शरण ली है.