Bangladesh Violence Update: बांग्लादेश में पिछले महीने से आरक्षण के खिलाफ प्रदर्शन चल रहे हैं. अब ये प्रदर्शन हिंसक हो गए हैं. इस हिंसा में अब तक 300 से ज़्यादा लोग पुलिस की गोली से मारे जा चुके हैं. इनमें से ज़्यादातर स्टूडेंट हैं. वहीं, एक दिन पहले यानी 4 अगस्त को कम से कम 98 लोग मारे गए थे. जबकि 1 हजार से ज्यादा जख्मी हुए थे. इसके साथ ही इस हिंसा में 12 पुलिस कर्मी भी मारे गए हैं. हिंसा को देखते हुए भारत ने एडवाइजरी जारी कर दी है और अपने नागरिकों को दूतावास के संपर्क में रहने को कहा है.


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क्या है पूरा मामला
बांग्लादेश के स्टूडेंट संगठन सरकारी नौकरियों में रिजर्वेशन का विरोध कर रहे हैं. स्टूडेंट यूनियन के नेताओं ने पीएम शेख हसीना से पद से इस्तीफा देने की मांग की और सविनय अवज्ञा आंदोलन का भी ऐलान किया है. सरकारी नौकरियों में रिजर्वेशन को लेकर छात्र पिछले महीने से आंदोलन कर रहे हैं. इस बीच हिंसा भड़क गई. जिसमें अब तक 500 लोगों की मौत हो चुकी है. जिसमें सबसे ज्यादा स्टूडेंट शामिल हैं. 


13 पुलिस कर्मियों की हुई मौत
इस हिंसा में कम से कम 13 पुलिस कर्मी भी मारे गए हैं. 4 अगस्त को मुल्क के कई हिस्सों में इस तरह के प्रोटेस्ट हो रहे हैं. इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितरबितर करने के लिए रबर गोलियों के साथ-साथ आंसू गैस के गोले का भी इस्तेमाल किया है. इसके साथ ही देश में रात में कर्फ्यू लगा दिया गया है. 4 अगस्त की हिंसा में 200 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं.


सभी सड़क बंद
एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक रविवार को प्रदर्शनकारियों की भीड़ लाठी-डंडे आदि लेकर पहुंची. जब यह भीड़ ढाका के बीच शाहबाग क्रॉसिंग पर जमा हुई तो पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी झड़प हुई. इसके अलावा कई जगहों और प्रमुख शहरों में सड़क पर प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच आमना-सामना हुआ. प्रदर्शनकारियों ने प्रमुख राजमार्गों को जाम कर दिया. इस झड़प में पुलिस के साथ-साथ सत्तारूढ़ अवामी लीग के समर्थक भी शामिल थे, जिनके साथ प्रदर्शनकारियों का आमना-सामना हुआ.