Assam NIT Silchar News: असम से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां, सिलचर में NIT में पढ़ने वाली एक बांग्लादेशी छात्रा को सोशल मीडिया पर भारत विरोधी पोस्ट पर ‘लव’ इमोजी के साथ प्रतिक्रिया देने के बाद उसके देश वापस भेज दिया गया. पुलिस ने आज यानी 27 अगस्त को यह जानकारी दी है. कछार के पुलिस अधीक्षक नुमल महत्ता ने दावा किया कि यह ‘‘निर्वासन नहीं’’ था, बल्कि बांग्लादेश के अधिकारियों से बातचीत के बाद उसे वापस भेजा गया है.  


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भारत विरोधी पोस्ट पर लव का इमोजी के साथ प्रतिक्रिया
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि एनआईटी सिलचर के इलेक्ट्रॉनिक और संचार विभाग में चौथे सेमेस्टर की छात्रा मैशा महजबीन को 26 अगस्त को करीमगंज जिले के सुतारकंडी में एकीकृत जांच चौकी के रास्ते बांग्लादेश वापस भेज दिया गया. उन्होंने कहा कि यह निर्वासन का मामला नहीं है. उसने अपने एक सीनियर अधिकारी और एनआईटी सिलचर के पूर्व स्टूडेंट सहादत हुसैन अल्फी के जरिए सोशल मीडिया मंच ‘फेसबुक’ पर किए गए भारत विरोधी पोस्ट पर ‘लव’ इमोजी के साथ प्रतिक्रिया व्यक्त की थी.’’ 


SP ने बताया कि अल्फी अपना कोर्स पूरा करने के बाद करीब छह माह पहले भारत से चला गया था और वह अब बांग्लादेश में रहता है. पुलिस अधीक्षक ने दावा किया कि जिस पोस्ट पर छात्रा ने ‘लव’ इमोजी के साथ प्रतिक्रिया दी थी. इस पर कई लोगों ने उस पर अपना गुस्सा जाहिर किया था. महजबीन ने एनआईटी सिलचर के अधिकारियों से गुजारिश की थी कि उसे उसके देश जाने की इजाजत न दी जाए. यह पूछे जाने पर कि क्या वह अपना कोर्स पूरा करने के लिए वापस आएगी.


इस कॉलेज में बांग्लादेश के पढ़ते हैं  70 बच्चे 
पुलिस अधीक्षक ने कहा, ‘‘उसने अभी अपना कोर्स पूरा नहीं किया है. वह अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए फिर से वापस आएगी या नहीं, इस बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता.’’ भारतीय और बांग्लादेशी सरकारों की आपसी सहमति के तहत वर्तमान में एनआईटी सिलचर में बांग्लादेश के कुल 70 छात्र पढ़ाई कर रहे हैं. महत्ता ने कहा कि इनमें से बांग्लादेश के लगभग 40 हिंदू छात्र हैं. उन्होंने कहा, ‘‘मैंने खुद स्टूडेंट्स से मुलाकात की है और उनसे गुजारिश की है कि वे कोई गलत काम न करें या किसी भी भारत विरोधी गतिविधि में शामिल न हों.’’ 


हिंदू संगठन ने की थी शिकायत
इस बीच, एक हिंदू संगठन के प्रवक्ता सुभाशीष चौधरी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि उन्होंने पूर्व छात्र की भारत विरोधी पोस्ट देखी और पुलिस को आवश्यक कदम उठाने के लिए खबर दी. उन्होंने कहा, ‘‘हमने कुछ भारत विरोधी पोस्ट पुलिस को भेजीं, जो बांग्लादेश के राजशाही यूनिवर्सिटी से की गई थीं. उसने (महजबीन) एक ऐसे पोस्ट का समर्थन ‘लव’ इमोजी के साथ किया था.