Mosque in South Korea: दक्षिण कोरियाई यूट्यूबर और पूर्व के-पॉप स्टार दाउद किम इंचियोन में मस्जिद बनाना चाहते हैं. लेकिन उनके इस फैसले का इलाके के लोग विरोध कर रहे हैं. दाउद पर धोखाधड़ी के इल्जाम भी लग रहे हैं. साल 2020 में इस्लाम अपनाने से पहले दाऊद किम को के-पॉप स्टार जे किम के नाम से जाना जाता था.


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मस्जिद बनाने का मंसूबा
दाऊद किम, जिनके 5.55 मिलियन से ज्यादा YouTube सब्सक्राइबर हैं, ने इंस्टाग्राम पर कहा कि वह दक्षिण कोरिया में मुसलमानों के लिए दुआ करने के लिए और ज्यादा स्थान बनाना चाहते हैं. दाऊद ने अपने प्रशंसकों से इस परियोजना के लिए आर्थिक रूप से मदद करने के लिए भी कहा था. दाउद दक्षिण कोरिया के सियोल कैपिटल में मस्जिद बनाना चाहते हैं. लेकिन उनको कई बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें जमीन एग्रीमेंट की समाप्ति, प्रशासनिक बाधाएं, धोखाधड़ी के इल्जाम और मकामी लोगों की मुखालफत शामिल है.


अनुबंध से इंकार
दाऊद ने सामूहिक रूप से इंचियोन में जमीन खरीदने का ऐलान किया था. इसके बावजूद जमीन के पिछले मालिक ने जमीन बेचने से इंकार कर दिया है. यह मामला तब हुआ जब मकामी लोगों ने मस्जिद बनाने की मुखालफत की. उन्हें डर था कि मस्जिद की वजह से उनकी जमीनों की कीमत घट जाएगी.


मस्जिद के खिलाफ मकामी
पिछले मालिक ने कोरिया स्थित मीडिया आउटलेट योनहाप न्यूज़टीवी को बताया, "मैंने रियल एस्टेट एजेंट से अनुबंध समाप्त करने के लिए कहा." द कोरिया हेराल्ड के मुताबिक, किम की प्रस्तावित मस्जिद स्थल के पास गैर-मुस्लिम कोरियाई निवासी इस योजना के सख्त खिलाफ थे. येओंगजोंग के निवासियों ने एक ऑनलाइन मंच पर कुछ आपत्तियां पोस्ट की, जिसमें कहा गया कि मस्जिद योजना "इलाके में आवास की कीमतें कम कर देगी."


मस्जिद के लिए नहीं ली इजाजत
मस्जिद बनाने की योजना में प्रशासनिक बाधाओं ने भी समस्याएं खड़ी कर दी हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि मस्जिद बनाने के लिए जरूरी इजाजत नहीं ली गई है. स्थानीय अधिकारियों का हवाला देते हुए, रिपोर्ट में कहा गया है कि मस्जिद स्थल की ओर जाने वाली सड़कों की स्थिति के कारण परमिट से इनकार किया गया था. दाउद किम पर वित्तीय धोखाधड़ी के आरोप भी सामने आए हैं.