Houthi Attack on Israel: गाजा हिंसा की वजह से मिडिल ईस्ट में तनाव पिछले सालों से काफी बढ़ गया है. इजरायल मिडिल ईस्ट के ज्यादातर देशों पर अपना बरचस्व कायम करने के लिए हवाई हमले कर रहा है. हाल ही में सीरिया में उथल-पुथल के बीच इजरायल ने भारी बमबारी के जरिए यह साबित कर दिया है कि वह जब चाहे किसी पर भी हमला कर सकता है, लेकिन इजरायल के मंसूबों पर हूती संगठन ने पानी फेर दिया है. हूती ने इजरायल के साथ-साथ अमेरिका और ब्रिटेन की भी नींद हराम कर दी है.


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इजरायली लोगों की नींद हराम
दरअसल, इजरायल ने हूती संगठन के ठिकानों को निशाना बनाया था. जिसके बाद हूती संगठन ने इजरायल पर बीतों दिनों से कई मिसाइलें दागी हैं. जिससे इजरायल के कई सैन्य अड्डा तबाह हो गए हैं और भारी संख्या में लोग जख्मी हुए हैं. हालांकि, हूती संगठन ने हमलों से इजरायल में हताहत की खबर नहीं है, लेकिन एक बड़ी आबादी की चैन की नींद उड़ गई है. इस बढ़ते तनाव के बीच इजरायल की आधी आबादी रात में जागकर गुजार रही है. 


जान बचाने के लिए लोग भाग रहे हैं शेल्टर होम
इजराइली वेबसाइट Ynet के मुताबिक इजराइल के एयर डिफेंस सिस्टम ने हूतियों की मिसाइलों और रॉकेट को नष्ट करने में सफलता हासिल की है, लेकिन इससे लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो रहा है. इतना ही नहीं हूतियों के हमलों से लोगों की संपत्ति को नुकसान पहुंच रहा है. हूतियों ने एक हफ्ते में इजराइल पर चार बार हमला किया है. इसके चलते चार बार मिसाइल अलर्ट अलार्म बज चुका है. लोग अपना काम ठीक से नहीं कर पा रहे हैं और अपनी जान बचाने के लिए बार-बार शेल्टर की तरफ भाग रहे हैं.


हूतियों ने इजरायल की धमकी को किया नजरअंदाज
हूतियों के इस हमले से इजरायल सरकार भी नींद उड़ गई है. नेतन्याहू सरकार हूतियों को चेतावनी दी है कि वह इन हमलों को बर्दाश्त नहीं करेगा और इसका जवाब देगा. इसके साथ ही इजरायली सेना ने हौथी संगठन पर भी हमला किया है, लेकिन इन सबके बावजूद हौथी संगठन इजरायल को निशाना बना रहा है, जिससे इजरायली नागरिकों की मुश्किलें बढ़ गई हैं.


मिडिल ईस्ट में तनाव की जड़
वाजेह हो कि हमास के लड़ाकों ने इजरायल पर 7 अक्तूबर 2023 को हमला किया था. जिसमें कम से कम 1200 लोगों की मौत हो गई थी. साथ ही लड़ाकों ने 2500 इजरायलियो को बंधक बनाकर नेतन्याहू सरकार को खुली चुनौती दे दी. जिसके बाद इजरायली सरकार ने हमास के खिलाफ युद्ध का ऐलान करते हुए गाजा पट्टी पर हमला कर दिया. इस हमले में अब तक 45 हजार से ज्यादा मासूम नागरिकों की मौत हो चुकी है. इजराइल द्वारा किए गए इस नरसंहार के कारण मध्य पूर्व में तनाव चरम पर है. गाजा हिंसा को लेकर दुनिया दो भागों में बंट गई है. एक समूह इजराइल के हमलों का समर्थन कर रहा है, जबकि दूसरा समूह इसके खिलाफ है. इजराइल के विरोध में ज़्यादातर मुस्लिम देश शामिल हैं.