Houthi Rebel: संयुक्त राज्य अमेरिका की सेना के सेंट्रल कमांड (CENTCOM) ने कहा है कि उसने दक्षिणी लाल सागर के ऊपर यमन के हूति विद्रोहियों के जरिए लॉन्च किए गए 18 ड्रोनों को मार गिराया है, जो पिछले सात हफ्तों में अंतरराष्ट्रीय शिपिंग लेन पर सशस्त्र समूह का 26 वां हमला है. यूनाइटेड किंगडम की सेनाओं के साथ काम करते हुए, CENTCOM ने कहा कि दो एंटी-शिप क्रूज़ मिसाइलों और एक एंटी-शिप बैलिस्टिक मिसाइल को भी मार गिराया गया है.


यूएस सेंट्रल कमांड ने क्या कहा?


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यूएस सेंट्रल कमांड ( CENTCOM) ने बुधवार को एक बयान में कहा,"ईरानी समर्थित हूतियों ने यमन के हूति कंट्रोल एरिया से दक्षिणी लाल सागर में ईरानी डिज़ाइन किए गए एक-तरफ़ा हमले वाले यूएवी ... एंटी-शिप क्रूज़ मिसाइलों और एक एंटी-शिप बैलिस्टिक मिसाइल का एक जटिल हमला किया है."  19 नवंबर के बाद से लाल सागर में शिपिंग लेन पर हूति विद्रोहियों के जरिए  किया गया ये 26वां हमला था.


इजराल और गाजा युद्ध के बाद से हूति विद्रोहियों ने लाल सागर में हमले शुरू किए हैं. सबसे पहले विद्रोहियों ने गैलेक्सी जहाज को कब्जे में लिया था, जो भारत की ओर आ रहा था. अमेरिका ने पिछले महीने हमलों से निपटने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय समुद्री गठबंधन का गठन किया था, जो लगातार हूति के जरिए किए जा रहे हमलों को नाकाम करता आ रहा है. उधर संगठन ने कहा है कि वह हमलों को नहीं रोकने वाला है, जब तक इजराइल गाजा में युद्ध को समाप्त नहीं कर देता.


पहली बार किया ऐसे हथियार का इस्तेमाल


CETCOM ने कहा कि अमेरिकी सेना ने हफ्ते के आखिर में यमन से लॉन्च किए गए एक ड्रोन को मार गिराया था, जबकि मध्य पूर्व में अमेरिकी नौसेना बलों के कमांडर वाइस एडमिरल ब्रैड कूपर ने कहा कि हूतियों ने पिछले हफ्ते शिपिंग लेन में विस्फोटक से भरे समुद्री ड्रोन को लॉन्च किया था- मौजूदा जंग में उन्होंने पहली बार इस तरह के हथियार का इस्तेमाल किया है.


हूति विद्रोहियों ने कहा कि वह उन शिप्स को टारगेट कर रहे हैं, जो इजराइल से जुड़ी हुई हैं. वहीं इस मामले को लेकर कूपर का कहना है कि जिन शिप्स को हूति विद्रोहियों के जरिए टारगेट किया गया वह अलग-अलग देशों से ताल्लुक रखती थीं.