Al Shifa Hospital: अल शिफा अस्पताल में दाखिल हुई इजराइली सेना; IDF ने जारी किया बयान
Al Shifa Hospital: इजराइल की सेना अल शिफा अस्पताल में दाखिल हो गई है. आईडीएफ का दावा है कि यहां हमास के मेन सेंटर है, बता दें कई दिनों से सेना ने इस अस्पताल को घेरा हुआ था.
Al Shifa Hospital: इजराइल की सेना बुधवार की सुबह अल शिफा अस्पताल में दाखिल हो गई है. आईडीएफ यानी इजराइली डिफेंस फोर्स ने दावा किया है कि इस अस्पताल के नीचे हमास का अपना कमांड सेंटर बना हुआ है. अस्पताल के अधिकारी ने जानकारी दी है कि इजरायली बलों ने मेडिकल कॉम्प्लेक्स के पश्चिमी हिस्से पर छापा मारा था. इस बीच, प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा पट्टी में संयुक्त राष्ट्र के ट्रकों को मंजूरी दे दी है. इन ट्रक्स में 24,000 लीटर डीजल ईंधन है.
अल शिफा अस्पताल को क्यों घेरा?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इजराइली डिफेंस फोर्सेज का मानना है कि अल शिफा अस्पताल के नीचे हमास का मेन बेस है. जिस वजह से यह ऑपरेशन चलाया गया है. 7 अक्टूबर से जारी इस वॉर में 2 लाख से ज्यादा फिलिस्तीनी देश छोड़ चुके हैं. इसके साथ ही 11 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. उधर इजराइल में 12,000 लोगों की जान गई है और 240 लोगों को बंदी बनाया हुआ है.
इजराइल ने क्या कहा?
इजराइली ने एक बयान जारी करते हुए कहा,"आईडीएफ ने बड़े पैमाने पर अस्पताल को खाली कराने में भी मदद की है और अस्पताल अधिकारियों के साथ नियमित बातचीत बनाए रखी है. हम अस्पताल में मौजूद सभी हमास आतंकवादियों से आत्मसमर्पण करने का आह्वान करते हैं."
हमास ने क्या कहा?
गाजा के अल-शिफा अस्पताल पर इजरायली छापे के बाद, हमास ने बुधवार को एक बयान में कहा कि अल-शिफा मेडिकल कॉम्प्लेक्स पर कब्जे वाली सेना की छापेमारी के लिए कब्जे वाले (इजरायल) और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन पूरी तरह से जिम्मेदार है.
हमास ने कहा,"व्हाइट हाउस और पेंटागन द्वारा झूठी (इजरायली) कहानी को अपनाना, यह दावा करना कि प्रतिरोध सैन्य उद्देश्यों के लिए अल-शिफा चिकित्सा परिसर का उपयोग कर रहा है, नागरिकों के खिलाफ अधिक नरसंहार करने के लिए कब्जे के लिए एक हरी बत्ती थी."