UPI in Maldives: भारत में UPI पेमेंट ने पैसों के लेनदेन के मामले में क्रांति ला दी है. भारत में हर स्मार्टफोन चलाने वाला शख्स मोबाइल से पैसे ट्रांस्फर करता है. ऐसे में अब भारत का पड़ोसी मुस्लिम देश मालदीव भी अपने यहां UPI पेमेंट का ऑपशन ला रहा है. मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने 'यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस' (UPI) को शुरू करने के लिए "जरूरी कदम" उठाए हैं, जिससे मालदीव की अर्थव्यवस्था को काफी फायदा मिलने की उम्मीद है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

क्या है यूपीआई?
UPI मोबाइल फोन के जरिए पैसे ट्रांस्फर करने की एक प्रक्रिया है. इससे तुरंत पैसे एक बैंक खाते से दूसरे बैंक खाते में चले जाते हैं. यह प्रणाली भारत में शुरू की गई. मालदीव के राष्ट्रपति ऑफिस की तरफ से जारी एक प्रेस रिलीज के मुताबिक, मुइज्जू ने रविवार को देश में UPI शुरू करने के लिए एक संघ का गठन किया. ट्रेडनेट मालदीव कॉर्पोरेशन लिमिटेड को इसकी जिम्मेदारी दी गई है.


यह भी पढ़ें: इस मुस्लिम देश को भारत की सता रही याद; रिश्ते खराब करने के बाद पछताए


अर्थव्यवस्था को फायदा मिलने की उम्मीद
प्रेस रिलीज में कहा गया है कि उन्होंने कैबिनेट की सिफारिश पर "जरूरी कदम उठाने का फैसला किया". प्रेस रिलीज में कहा गया है कि इस कदम से मालदीव की अर्थव्यवस्था को जरूरी फायदा मिलने की उम्मीद है. मुइज़ू ने मालदीव में UPI से लेनदेन को बेहतर बनाने के लिए वित्त मंत्रालय, गृह सुरक्षा और प्रौद्योगिकी मंत्रालय और देश के मौद्रिक प्राधिकरण को मिलाकर एक टीम का गठन किया है. 


भारत से मालदीव के रिश्ते
आपको बता दें कि अगस्त महीने में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मालदीव की तीन दिन की यात्रा की. यात्रा के दौरान मालदीव में UPI शुरू करने के समझौते पर हस्ताक्षर किए. पिछले साल भारत के मालदीव से रिश्ते खराब हो गए थे. इसके बाद भारत के पर्यटकों ने इस द्वीप का बहिष्कार किया था. जिससे मालदीव की अर्थव्यवस्था को झटका लगा था. मुइज़ू ने पिछले साल 'भारत को बाहर करो' अभियान के तहत राष्ट्रपति चुनाव जीता था और भारत से इस साल मई तक मालदीव में तैनात अपने सैन्य कर्मियों को वापस बुलाने को कहा था. हालांकि, मुइज़ू ने तब से अपने भारत विरोधी रुख को नरम कर दिया है. इस महीने की शुरुआत में देश की अपनी पहली राजकीय यात्रा पर भारत आए हैं.