Ismail Haniyya News: इजरायल ने ईरान की राजधानी तेहरान में हमास के प्रमुख इस्माइल हानिया की कथित तौर पर कत्ल कर दिया था. जिसके बाद ईरान के सुप्रीम लीडर ने ईरानी फौज को इजरायल पर सीधे तौर पर हमले करने का आदेश दिया है. जिसके बाद अमेरिका ने अपने 12 युद्धपोत जहाज मिडिल ईस्ट में तैनात कर दिया है, जिससे इलाके में तीसरे विश्व युद्ध का खतरा पैदा हो गया है. वहीं, हानिया की मौत को लेकर सोशल मीडिया पर कई प्रकार के दावें हो रहे हैं. कई लोगों ने दावा किया है कि ईरान ने खुद हानिया का कत्ल किया है और इजरायल और अमेरिका पर झूठे इल्जाम लगा रहा. आइए जानते हैं कि किन तीन वजहों से ईरान पर उठ रहे हैं सवाल...


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सबसे पहले हमास को मौत की खबर किसने दी
कुछ यूजर्स ने दावा किया है कि जब इस्माइल हानिया मारा गया, उस वक्त ईरान की रिवॉल्यूशनरी गार्ड ने हानिया की मौत की तस्दीक क्यों नहीं की. हमास ने सबसे पहले हनिया की मौत की खबर कैसे दी? क्या हमास और ईरान ने मिलकर हमास के चीफ इस्माइल हानिया को मार दिया. क्योंकि एक तरफ हानिया गाजा में सीजफायर के कतर में इजरायली अधिकारियों के साथ हानिया बातचीत कर रहे थे. दूसरी तरफ इजरायल गाजा पर लगातार बमबारी कर रहा था.


कैसे हुई मौत 
हानिया की मौत के बाद ईरान की रिवॉल्यूशनरी गार्ड ने यह नहीं बताया है कि हानिया की कैसे हत्या हुई. जब कोई घटना होती है, तो अक्सर ईरानी फौज सबूत के साथ किसी देश पर इल्जाम लगाते हैं, लेकिन इस बार रिवॉल्यूशनरी गार्ड ने ये नहीं बताया है कि हानिया की हत्या एयरस्ट्राइक, ड्रोन अटैक या किसी हमलावर के जरिए की गई.  कई लोगों का कहना है कि जब ईरान के परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फ़ख़रीज़ादेह की हत्या हुई थी, तो ईरानी फौज ने सबूत के साथ इसराइल पर इल्जाम लगाए थे.


राष्ट्रपति भवन के पास हमला, कैसे हैं संभव
कुछ लोगों का दावा है कि ये कैसे संभव हो सकता है कि किसी देश की राजधानी में राष्ट्रपति भवन से महज 150 मीटर दूरी पर किसी बड़े डिप्लोमेटिक नेता की हत्या हो जाए. कुछ लोगों का कहना है कि ये बेहद नामुमकिन है. क्योंकि राष्ट्रपति के आस-पास सुरक्षा बहुत कड़ी होती है. यहां, तो कोई परिंदा भी नहीं पर नहीं मार सकता है. हाल के दिनों में इजरायल ने कई ईरानी परमाणु वैज्ञानिकों की हत्या की है. ऐसे में ईरान में सुरक्षा चूक कैसे हो सकती है?