Iran-Israel News: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने अपनी तीन दिवसीय पाकिस्तान यात्रा के दौरान मंगलवार को इज़राइल को चेतावनी जारी करते हुए कहा कि ईरानी क्षेत्र पर हमले से गतिशीलता में बड़ा बदलाव आएगा और यह साफ नहीं है कि फिर "ज़ायोनीवादी" के पास कुछ बचेगा भी या नहीं. ईरान स्थित मेहर न्यूज़ की रिपोर्ट के मुताबिक, इब्राहिम रायसी, जिन्होंने सोमवार को अपनी यात्रा शुरू की, लाहौर विश्वविद्यालय में बोल रहे थे. इसी दौरान उन्होंने यह बात कही.


क्या बोले इब्राहिम रईसी


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आईआरएनए ने इब्राहिम रायसी के हवाले से कहा, "अगर ज़ायोनी शासन एक बार फिर गलती करता है और ईरान की पाक जमीन पर फिर हमला करता है, तो हालात अलग होंगे, और यह स्पष्ट नहीं है कि इस शासन का कुछ भी बचेगा या नहीं." रायसी ने कहा था कि 1 अप्रैल को ईरान के दूतावास पर किए हमले का देश ने इजराइल से बदला लिया था.


उन्होंने कहा,"महान ईरानी राष्ट्र ने दमिश्क में ईरानी वाणिज्य दूतावास पर हमले के लिए ज़ायोनी शासन को दंडित किया, जो सभी अंतरराष्ट्रीय कानूनों के खिलाफ था." 13 अप्रैल को ईरान ने इजराइल पर कई सौ मिसाइले दागी थीं. यह हमला 1 अप्रैल को दमिश्क में दूतावास पर हुए इजराइली हमले के विरोध में था. हालांकि, इजराइल के जरिए ज्यादातर मिसाइलों को रोक दिया गया.


रायसी ने कहा, “ईरान और पाकिस्तान दोनों के लोग उत्पीड़ित फिलिस्तीनी राष्ट्र की रक्षा करते हैं. इस्लामिक ईरान गर्व के साथ फिलिस्तीन के प्रतिरोध और उसकी रक्षा के लिए खड़ा है. बता दें फिलिस्तीन में में अब तक 34 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है.


रायसी ने कहा, "आज, मानवाधिकारों के सबसे बड़े उल्लंघनकर्ता अमेरिकी और पश्चिमी लोग हैं, जो बच्चों की हत्या और नरसंहार में ज़ायोनी शासन के समर्थक हैं. कुद्स की मुक्ति मानव जाति का नंबर एक प्रश्न है. गाजा के लोगों के प्रतिरोध से पवित्र कुद्स और फिलिस्तीन को मुक्ति मिलेगी."