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तेहरानः ईरान के दक्षिणी-पश्चिमी राज्य करमान में बुधवार को एक कब्रिस्तान में ईरान के मरहूम कमांडर कासिम सुलेमानी की कब्र पर उन्हें खिराज-ए-अकीदत देने के लिए जुटी भीड़ के बीच दो बम विस्फोटों में कम से कम 103 अफराद की मौत हो गई. इसे विस्फोट में 141 दीगर लोग जख्मी हो गए हैं. सरकारी टीवी फुटेज में लोगों को चिल्लाते हुए सुना जा सकता है. आधिकारिक समाचार एजेंसी फार्स ने इस हमले की तस्दीक की है. 
इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान न्यूज नेटवर्क के मुताबिक, विस्फोट कब्रिस्तान से एक किलोमीटर दूर एक अंडरपास के पास हुआ. पहला विस्फोट मकामी वक्त के मुताबिक, 15ः04 बजे और दूसरा कुछ मिनट बाद सुना गया. राजधानी तेहरान से लगभग 820 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में करमान में विस्फोटों के तुरंत बाद किसी भी समूह ने तुरंत इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है. ईरानी राज्य मीडिया ने  इसे आतंकवादी हमला कहा है. 


समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, आईआरआईएनएन ने कहा, 15ः17 बजे, जब लोग मरहूम कमांडर को उनकी चैथी हत्या की बरसी पर खिराज-ए-अकीदत पेश कर रहे थे.
रिपोर्ट के मुताबिक, धमाकों की वजह का अभी तक पता नहीं चल पाया है और बचाव दल को घटनास्थल पर भेजा गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि ज्यादातर चोटें भीड़भाड़ और लोगों की घबराहट की वजह से लगी हैं.  करमान के डिप्टी गवर्नर रहमान जलाली ने इस हमले को आतंकवादी कहा है. उन्होंने कहा, " ईरान के कई दुश्मन हैं जो इस हमले के पीछे हो सकते हैं." 


गौरतलब है कि 3 जनवरी, 2020 को अमेरिकी सेना ने बगदाद अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे के पास ड्रोन से हमला कर सुलेमानी की हत्या कर दी गई थी.ये विस्फोट रिवोल्यूशनरी गार्ड फोर्स के प्रमुख जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या की चौथी बरसी पर आयोजित एक कार्यक्रम में हुए हैं. 


सुलेमानी ईरान की क्षेत्रीय सैन्य गतिविधियों के वास्तुकार थे और ईरान के धर्मतंत्र के समर्थकों के बीच उन्हें एक राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में प्रतिष्ठित किया जाता है. उन्होंने सीरियाई राष्ट्रपति बशर असद की सरकार को सुरक्षित करने में भी मदद की, जब 2011 में उनके खिलाफ अरब में विरोध प्रदर्शन हुए थे. 


2003 में इराक पर अमेरिकी आक्रमण तक ईरान में अपेक्षाकृत गुमनाम, सोलेमानी की लोकप्रियता और रहस्य तब बढ़ गई थी, जब अमेरिकी अधिकारियों ने आतंकवादियों को सड़क के किनारे बमों से लैस करने में उनकी मदद करने के लिए उनकी हत्या का आह्वान किया था. 
डेढ़ दशक बाद, सुलेमानी ईरान के सबसे पहचाने जाने वाले युद्धक्षेत्र कमांडर बन गए थे, उन्होंने राजनीति में प्रवेश करने के आह्वान को नजरअंदाज कर दिया था, लेकिन अपने नागरिक नेतृत्व की तुलना में अधिक नहीं तो उतना ही शक्तिशाली होते जा रहे थे. ट्रम्प प्रशासन द्वारा शुरू किए गए एक ड्रोन हमले में जनरल की मौत हो गई. 
सुलेमानी की मौत पर बड़े जुलूस निकाले गये थे. 2020 में उनके अंतिम संस्कार में, करमान में भगदड़ मच गई और कम से कम 56 लोग मारे गए थे और 200 से अधिक लोग घायल हुए थे.